फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिला पंचायत की पहली बैठक में अचानक वह हुआ जिसकी किसी नें कल्पना नही की थी| विरोधी पक्ष के सपा जिला पंचायत सदस्य सुबोध यादव की टोका-टांकी से खफा जिला पंचायत अध्यक्ष नें उन्हें कड़े लहजे में कह दिया कि ‘माइंड योर लैंग्वेज हेयर’ | अध्यक्ष का कड़ा रुख चर्चा बटोर रहा है|
दरअसल शपथ ग्रहण समारोह सम्पन्न होनें के बाद जिला पंचायत की पहली बैठक विकास भवन सभागार में आयोजित की गयी| जिसमे अध्यक्ष मोनिका यादव, सांसद मुकेश राजपूत, विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी, सुशील शाक्य आदि भाजपा बैठे थे| सपा से सुबोध यादव अपने समर्थित जिला पंचायत सदस्यों के साथ बैठक में पंहुचे|
उनके ठीक सामने अध्यक्ष मोनिका यादव के भाई सचिन यादव भी सभागार में मौजूद थे| जिस पर सुबोध नें आपत्ति कर दी और कहा केबल जो सदस्य है वहीं बैठें अन्य लोग बाहर चले जाएँ| सुबोध नें कई बार यह दोहराया| जिस पर सांसद मुकेश राजपूत नें आपत्ति कर दी| सांसद नें सुबोध से कहा कि इतना बुरा क्यों बोल रहे हो संसदीय भाषा का प्रयोग करों| जिस पर सुबोध नें कहा कि हम यह कह रहे है| जो सदस्य नही है वह बाहर जायें| इस पर जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव का पारा चढ़ गया, उन्होंने कहा कि यह आप तय नही करेंगे (यू बिल नॉट डीसाइड) की सभा में कौन बैठेगा| जब तक आपने कहा ना जाए तब तक आप नही बोलेंगे| वह बोली अपनी जुबान पर लगाम लगायें (‘माइंड योर लैंग्वेज’) | जो नियम हम बतायें उसे सुनों|
अपर मुख्य अधिकारी एनपी सिंह ने अध्यक्ष का समर्थन किया कि यह नियम है कि सभा में अध्यक्ष की अनुमति से ही कोई सदस्य अपनी बात रखेगा| भोजपुर विधायक नागेन्द्र सिंह राठौर नें भी सहमति दी| जिसके बाद कार्यवाही शुरू हुई| सीडीओ एम अरुनामोली ने भी कड़े लहजे में सुबोध यादव को शांत रहनें को कहा|
फिलहाल जिला पंचायत अध्यक्ष मोनिका यादव नें यह दिखाया कि पद कोई भी हो लेकिन उस पर बैठनें वाले की शिक्षा बोलती है| सोमवार को जिला पंचायत अध्यक्ष को अंग्रेजी में बोलता देख लगा कि वर्षो बाद कोई शिक्षित युवा कुर्सी पर बैठा था| वहीं पूर्व के वर्षों में जो अध्यक्ष रहे वह एक कठपुतली से जादा कुछ भी नही थे| ना उन्हें किसी नें बैठक में बोलते सुना था|