फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) सुरक्षा में सेंधमारी कर जेल में बंदी के मोबाइल इस्तेमाल की घटना को शासन ने गंभीरता से लिया था। जिला जेल में तीन मोबाइल बरामद होनें के बाद सेन्ट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक की आख्या पर बीते दिन बड़ी कार्यवाही हुई| जिसमे जेलर का तबादला करनें के साथ ही तीन बंदी रक्षक सस्पेंड कर दिये गये| शुक्रवार को वरिष्ठ जेल अधीक्षक फिर एक्शन मोड़ में दिखे| उन्होंने सेन्ट्रल जेल में ‘डीप सर्च मेटल डिटेक्टर’ से मोबाइल आदि संदिग्ध वस्तुओं की खोज करायी|
दरअसल जेल में मोबाइल का प्रयोग अक्सर होनें की चर्चा रहती है| उनके जेल के भीतर प्रयोग को रोंकने के लिए जेल गेट से लेकर भीतर तक कई चरण में तलाशी ली जाती है लेकिन शातिर दिमाग बंदी जेल के भीतर मोबाइल ले जाने में अक्सर कामयाब हो जाते है| पूर्व में भी सेन्ट्रल और जिला जेल कर कई बार मोबाइल बरामद हुए|
बीते दिन सेन्ट्रल जेल के वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला नें बंदियों के द्वारा मोबाइल के इस्तेमाल करनें के मामले में नजरें तल्ख की तो जिला जेल और सेंट्रल जेल में हड़कंप मच गया| शुक्रवार को उन्होंने सेन्ट्रल जेल पर भी संदिग्ध वस्तु व मोबाइल आदि की तलाश के लिए ‘डीप सर्च मेटल डिटेक्टर’ के सहारे तलाशी करायी गयी| बैरकों के आस-पास की नालियों, बाउंड्रीबाल के किनारे-किनारे जमीन के नीचे दबे मोबाइल आदि संदिग्ध वस्तु की तलाश की| लेकिन फिलाहल कोई आपत्ति जनक वस्तु नही मिली| लेकिन वरिष्ठ अधीक्षक के सख्त रूख से बंदी व बंदी रक्षकों में हड़कंप है|
वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला नें जेएनआई को बताया कि तलाशी में कुछ आपत्ति जनक नही मिला|