योग की गंगा में बंदियों ने लगाई बढ़- चढ़कर डुबकी

FARRUKHABAD NEWS JAIL जिला प्रशासन

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) आर्ट ऑफ लिविंग संस्था की तरफ से केन्द्रीय कारागार में बंदियों को योगाभ्यास कराकर उनमें मानसिक एवं चारित्रिक विकास में निखार लानें का प्रयास किया गया| इसके साथ ही बंदियों को योगाभ्यास कर योग से निरोग होने का संदेश दिया गया|
योग शिक्षक राम कृपाल मिश्रा नें सेन्ट्रल जेल के बंदियों को लगभग ढाई घंटे तक योग कराया| जिसमे लगभग 100 बंदियों नें  प्राणायाम तथा योग के आसनों में चक्रासन, सूर्य नमस्कार आदि का अभ्यास कराया। श्री मिश्रा नें बताया कि प्राणायाम को नियमित करनें से चिन्तन एवं आचार-विचार में सकारात्मक परिवर्तन किया जा सकता है| उन्होंने कहा कि कहा कि लोगों में योग के प्रति जागरूकता आई है और निरंतर योग करने वाला व्यक्ति स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि योग उन्नति कारक है वह चाहे हमारी शारीरिक उन्नति हो अथवा आत्मिक उन्नति।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक प्रमोद शुक्ला नें कहा कि तनाव मुक्त रहकर सभी अपना कर्तव्य बेहतर तरीके से कर सकते है| यह योग से ही सम्भव है| योग व्यक्ति के शरीर और मन को जोड़ता है तथा मनुष्य को परम शक्ति और प्रकृति के साथ जोड़ता है। योग एक अध्यात्मिक अनुशासन एवं अत्यंत सूक्ष्म विज्ञान पर आधारित ज्ञान है जो मन और शरीर के बीच सामंजस्य का कार्य करता है।  इस दौरान जेलर जीआर वर्मा, सुरेश कुमार आदि रहे|