मेरठ: एक कहावत है कि इलाज से बेहतर रोकथाम है। अगर हम अपने सेहत को लेकर पहले से सतर्क रहें तो कई बीमारियों से खुद को बचा सकते हैं। कोविड के बाद से लोग अपने स्वास्थ को लेकर और भी सजग हुए हैं। हालांकि अब एक बार फिर भागदौड़ शुरू होने से लोगों की दिनचर्या अस्त व्यस्त होने लगी है। वैद्य बालेंदु प्रकाश बताते हैं कि स्वस्थ रहने के लिए बहुत कुछ करने की जरूरत नहीं है। बस अपनी दिनचर्या को नियमित रखने की है, और कुछ सामान्य शारीरिक अभ्यास करके भी खुद को चुस्त रख सकते हैं।
आठ घंटे की नींद जरूरी
वैद्य बालेंदु प्रकाश बताते हैं कि वह खुद आठ घंटे की नींद पूरी करते हैं। सुबह छह से सात बजे के बीच वह बिस्तर छोड़ देते हैं। करीब आधा लीटर सामान्य तापमान पर पानी पीने के बाद चार किलोमीटर की वाकिंग करते हैं, जिसे वह 45 मिनट में पूरी कर लेते हैं। इसके बाद डंबल्स से अलग अलग तरीके से शारीरिक अभ्यास करते हैं। इसमें दस बार उठने और बैठने का अभ्यास शामिल है। फिर 30 पुशअप और 50 बार पीटी भी करते हैं। कोई भी मौसम हो, उनकी दिनचर्या में यह सभी अभ्यास पूरी तरह से शामिल है।
इसके बड़े हैं लाभ
वैद्य बालेंदु प्रकाश का कहना है कि नियमित अभ्यास से रक्त का संचार सही रहता है, ऊर्जा शरीर की बनी रहती है। शरीर का पोश्चर भी ठीक रहता है, दिन भर ताजगी बनी रहती है। नियमित अभ्यास से शरीर पूरी तरह से फिट रहता है, बीमारियों से भी हम खुद को बचाव कर पाते हैं। वह लोगों को अपनी दिनचर्या को नियमित करने, नींद भरपूर लेने के साथ संतुलित आहार और व्यायाम करने का संदेश भी देते हैं। वह कहते हैं कि शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहने के लिए शरीर को लेकर अनुशासन जरूरी है।
ये हैं बालेंदु प्रकाश
डीएन डिग्री कालेज के पुरातन छात्र वैद्य बालेंदु प्रकाश इस समय 61 साल के हैं। उन्हें पद्मश्री भी मिल चुका है। उन्होंने आयुर्वेद से कई गंभीर बीमारियों को ठीक किया है। वह एक्यूट प्रोमाइलास्टिक ल्यूकेमिया, माइग्रेन, न्यूट्रीशनल एनीमिया, पैन्कि्याटाइटिस जैसी जटिल बीमारियों का आयुर्वेदिक इलाज करते हैं।