फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) यही मौसम था जब पिछली बार सांसद मुकेश राजपूत पर महिला बम डाला गया और उनका चुनाव उसके धमाके को बचाने के ही गुजर गया| अब फिर वही पंचायत चुनाव सिर पर है| किसी भी दिन आरक्षण का उद्घोष हो सकता है| इसको लेकर एक बार फिर राजनीति की खिचड़ी मेलजोल की पतीली में पकनें लगी है| चर्चा है कि सांसद इस बार फिर पंचायत चुनाव में दांव खेल सकते है|
शहर के जसमई दरवाजा स्थित एक गेस्ट हाउस में सांसद के भतीजे भाजपा नेता राहुल राजपूत के संयोजन में सामाजिक समरसता खिचड़ी भोज का आयोजन किया गया| जिसमे हजारों की संख्या में लोगों नें मेल-मिलाप की खिचड़ी का स्वाद उम्मीदों की चटनी व भरोसे के रायते के साथ चखा| आयोजन की भीड़ और उसमे टहल रहे सफेद पतलून पहने दर्जनों दावेदारों को देखकर अंदाजा लगाया जा रहा है कि पंचायत युद्ध के घमासान तय है|सामाजिक समरसता भोज में विरोधी दल सपा की पूर्व विधायिका उर्मिला राजपूत नें भी खिचड़ी का स्वाद चखा|
भोज के दौरान चर्चा रही कि पंचायत चुनाव की तैयारी पूरी है| विरोधी पार्टी के पुराने दुश्मनों को इस बार जमीदोज करने के लिए खिचड़ी भोज पर एक-दूसरे के साथ करीबी बढ़ानें का प्रयास भी हुआ| हालांकि खुद सांसद नें आगामी चुनाव में दावेदारी को लेकर किसी से कोई चर्चा नही की| कुछ लोग खिचड़ी के साथ रायता खाने तो कुछ लोग फैलाने में भी लगे रहे| लेकिन जो भी हो आयोजन के बाद से सांसद का समर्थक पंचायत चुनाव को लेकर एलर्ट मोड़ में आ गया है| कुछ लोगों नें चर्चा करते हुए कहा कि हो सकता है कि सांसद अपने घर से किसी को आगे बढ़ाएं| लेकिन अभी इस सम्बन्ध में जबाब देंनें वाले फिलहाल मौन हैं|
भाजपा जिलाध्यक्ष रुपेश गुप्ता, विधायक सुशील शाक्य, अमर सिंह खटिक, कुलदीप गंगवार, प्रभात मिश्रा, मोहन अग्रवाल, भाजप मंडल अध्यक्ष राजकुमार वर्मा, विकास पाण्डेय आदि रहे|