फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिले में शीतलहर का प्रकोप लगातार जारी है। ठंड के तेवर देखते हुए लोग सड़कों पर कम ही निकले| हल्की धूप निकली लेकिन लोगों को ठंड से राहत नही मिली|
जिले में दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह तक ठंड का असर कुछ कम था। लेकिन दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह से पूरे जिले में ठंड का प्रकोप तेज हो गया है। इस बीच दिन तथा रात का तापमान में भी हर दिन गिरावट दर्ज हो रही है। तेज ठंडी हवा का प्रकोप जारी रहा। रात के आठ बजे शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाकों तक की सड़कें सुनी सी पड़ गई। इस बीच ठंड की रफ्तार अधिक होने के कारण आधी रात के बाद पारा लुढक गया| रह-रहकर सूर्य की किरणें निकली जरूर, लेकिन गलन को दूर नहीं कर पाई। घरों में बिस्तर तक ऐसे हो गए जैसे भीग गए हों। राहगीर चाय की दुकानों पर पहुंचते तो भट्ठी पर हाथ सेंकने लगते। एक चाय की बजाय दो-दो चाय पीने के बाद भी बड़ी ठंड है कहकर चल देते। तेज ठंड के कारण लोग अपने घरों में दुबके रहे। दिन चढ़ने के बाद हल्की धूप निकली। जिससे लोगों को कुछ राहत मिली। हालांकि दोपहर बाद तीन बजे फिर मौसम का मिजाज सर्द हो गया। सर्द हवाओं के कारण लेगों की कंपकंपी छूटती रही| कड़ाके की ठंड में थोड़ी सी भी लापरवाही स्वास्थ्य पर भारी पड़ सकती है। ऐसे में इस मौसम में चिकित्सक शरीर को गर्म कपड़ों से ढक कर रखने तथा इस मौसम में पूरी तरह से सतर्क रहने की सलाह दे रहे हैं। ठंड में ओढ़ने पहने में कोताही स्वास्थ्य के लिए काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। इस मौसम में सर्दी खांसी, बुखार, सांस संबंधित बीमारियों तथा निमोनिया का प्रकोप बढ़ जाता है। बीमारी की चपेट में आने पर चिकित्सक से इलाज जरूर करानी चाहिए, नहीं तो निमोनिया जैसी बीमारियां जानलेवा भी साबित हो सकती हैं।