Tuesday, December 24, 2024
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कोहरे और शीतलहर से जनजीवन प्रभावित, धीमी हुई वाहनों की रफ्तार

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) कोहरा और शीतलहर के कारण मौसम में ठिठुरन बढ़ गई, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। कोहरे का सीधा प्रभाव यातायात पर पड़ा। सड़क मार्ग पर वाहनों की गति थमी रही, जबकि रेल ट्रैक पर कई ट्रेने देरी से दौड़ी।  जिले में बढ़ती ठंड के साथ अब धुंध की चादर भी गहरी होती जा रही है। तामपान में गिरावट के साथ ही धुंध कोहरे की चादर के बीच सुबह बीत रहा है। कोहरे के बढ़ते प्रकोप से किसानों की भी चिंता बढ़ने लगी है। वहीं आमजन से लेकर पशु-पक्षी तक ठंड व गलन से हलकान है।
दिसंबर माह में ठंड की मार बढ़ने लगी है। रात में सर्द हवा से हाड़ कांपने लगी है, तो वहीं देर रात से धुंध कोहरे की वजह से जनजीवन अस्त व्यस्त हो जा रहा है। इटावा-बरेली हाईवे पर सुबह वाहनों की गति काफी धीमी रही। कोहरे की वजह से सड़क हादसे की भी संभावना बढ़ गई है। उधर, कोहरे की वजह से आलू, चना, मटर आदि उपज पर भी नुकसान पहुंचने का डर सताने लगा है। लोगों की सेहत पर भी वितरित असर पड़ रहा है। सरकारी व निजी अस्पतालों की ओपीडी में मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है।
बीमारियों की चपेट में आ रहे लोग
लगातार बढ़ रही ठंड से लोग बीमार भी हो रहे हैं। एक हफ्ते में मौसम के बदले मिजाज के कारण मौसम शुष्क भी हो गया है। इसका असर लोगों की सेहत पर पड़ने लगा है। कोहरे और ठंड के कारण लोग गले का दर्द, खांसी, जुकाम, सिरदर्द सहित अन्य कई बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं। अस्पतालों की ओपीडी में ऐसे मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी देखी जा रही है। जिला अस्पताल की ओपीडी सामान्य दिनों की अपेक्षा मरीज दोगुने बढ़ गये है|
कोहरे से फसल को नुकसान
यदि लंबे समय तक कोहरे का कहर जारी रहेगा, तो आलू की फसल में झुलसा रोग लग जाता है। गेहूं की फसल में गेरुई रोग लग जाता है। इस रोग में फसल की पत्तिया पीली पड़ जाती हैं। गेहूं, आलू व फूलों की पैदावार पर कोहरे का ज्यादा असर होता है। कृषि विशेषज्ञ का कहना है कि आलू व गेहूं की फसल पर कोहरे की मार पड़ने से बचाने के लिए किसानों को समय-समय पर हल्की-हल्की सिंचाई करते रहना चाहिए। कोहरे से फूल झड़ जाता है और पैदावार घट जाती है। किसान ठीक समय पर बुआई करें, ताकि कोहरा आने से पहले ही फूल आ जाएं। रात के समय में धुंआ करने से कोहरे के असर को कम करता है। फसल में ओस दिखने पर खाद का छिड़काव नहीं करें। ओस में खाद पत्ती पर चिपक जाता है। इससे पौधे के खराब होने की आशंका बढ़ जाती है।
यातायात नियमों का करें पालन
सर्द मौसम मे यातायात नियमों का हर हाल में पालन करें। ताकि घने कोहरे में कोई अप्रिय घटना न हो। यातायात प्रभारी देवेश कुमार का कहना है कि वाहन चालक अपनी वाहनों की लाइटें को कम बीम पर घुमाएं ताकि सामने से आनी वाले वाहन चालकों को किसी तरह की कठिनाई न हो। वाहन चालक एक-दूसरे वाहन से उचित दूरी बनाए रखें। वाहन चलाते समय न तो अपने मोबाइल फोन का और न ही वाहन में लगे स्टीरियो का प्रयोग करें।

 

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