Tuesday, December 24, 2024
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पुलिस के लिए अभी भी सिरदर्द बने जिले के यह पांच हत्याकांड!

फर्रुखाबाद:(दीपक-पंडित) जनपद में कई हत्याकांड हैं जिनका राजफाश करने में पुलिस की जाँच कई-कई महीनों बाद भी खाली है| हत्या कर आरोपी खुले घूम रहे है| लेकिन पुलिस उनको लेकर अभी तक सक्रिय नजर नही आ रही है| जिससे उनकी जाँच की फाइलों पर अनदेखी की धूल जम रही है| पढ़े पूरी खबर—-
केस-1. बीते थाना कमालगंज क्षेत्र के ग्राम गाँधी नगर निवासी सुमन पत्नी राकेश कुमार का 25 वर्षीय भाई मिथुन कुमार उर्फ नीतू पुत्र रक्षपाल सिंह बीते 24 जुलाई 2019 को उसके घर आया था| वह सेना में भर्ती होंने की तैयारी कर रहा था| 25 जुलाई को वह सुबह वह अपनी बहन सुमन से दौड़ लगाने की कहकर सुबह पांच बजे चला गया| उसके बाद वह लौटकर नही आया| परिजनों ने उसकी तलाश शुरू की| लेकिन उसका कोई पता नही चला| जिस पर परिजनों ने उसकी गुमशुदगी थाना कमालगंज में दर्ज करायी थी| गुमशुदगी दर्ज करने के बाद पुलिस सुस्त पड़ गयी| 27 जुलाई को जनपद शाहजहांपुर के थाना मिर्जापुर के ग्राम रसूलपुर भट्टे के निकट रस्सी से गला घोटकर मिथुन को मौत के घाट उतार दिया गया था| 18 अगस्त को परिजनों नें कपड़ो से शिनाख्त कर ली| लेकिन मामला डीजीपी तक पंहुचा| कई एसपी बदले आधा दर्जन थानाध्यक्ष बदले लेकिन मिथुन को मौत के घाट उतारने वाले आरोपी लगभग डेढ़ वर्ष के बाद भी खुले घूम रहें है| जिनके गिरेवान तक पुलिस का हाथ अभी तक नही पंहुचा| पुलिस नें मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया|
केस-2. बीते पांच माह पूर्व 31 मई 2020 को कोतवाली कायमगंज क्षेत्र के गांव ज्योनी निवासी शिवपाल सिंह शाक्य का खेत ग्राम ज्योना में बने कुंए के भीतर एक लाश मिली थी| लाश को जब कुंए से बाहर निकाला गया तो उसका सिर ही कटा हुआ था| शरीर पर कोई वस्त्र भी नहीं था। एक पैर पर कटे होने का बड़ा घाव होनें के साथ ही घटनास्थल के निकट पीपल के पेड़ पर लटका एक रक्तरंजित अंगौछा भी मिला था| घटना में पुलिस पांच माह बाद खाली हाथ है| आरोपी खुले में साँस ले रहे है|
केस-3. बीते 23 अगस्त लगभग एक साल पूर्व फर्रुखाबाद में देर रात कानपुर- फर्रुखाबाद 55327 पैसेंजर ट्रेन में बोगी के दोनों बाथरूम के बीच लाल रंग का लावारिस ट्राली बैग रखा मिला। पुलिस के बैग खोलने पर उसमें महिला का शव मिला। महिला कौन थी सूटकेस किसने रखा और हत्या क्यों की गयी आरोपी कौन था इसका पता जीआरपी भी तक नही लगा सकी|
केस-4. शमसाबाद निवासी बीते 13 अक्टूबर 2019 को छात्रा आकांक्षा सक्सेना का शव रेलवे ट्रेक पर मिला था| परिजनों ने हत्या का आरोप लगाकर मुकदमा भी दर्ज कराया था| कई दिनों तक मामला गर्म रहा| उसका बाद पुलिस आज तक इस मामले में भी कोई ठोस निर्णय नही ले पायी|
केस-5. बीते लगभग एक वर्ष पूर्व 31 दिसम्बर 2019 को थाना राजेपुर के ग्राम भाऊपुर चौरासी निवासी 40 वर्षीय मुकेश कश्यप पुत्र लालाराम अपने दोस्त सुनील पुत्र राजेश कश्यप के साथ नाव लेकर गंगा के रास्ते गाँव आ रहा था| दोस्त नें खबर दी कि रास्ते में मुकेश गंगा में कूद गया| लेकिन परिजनों नें सुनील पर हत्या का आरोप लगाया|पुलिस नें सुनील को पुलिस नें मुकेश के अपहरण करने के मामले में जेल भेज दिया| आज तक मुकेश जिंदा या मुर्दा नही मिला| लेकिन उसके अपहरण के आरोप में युवक जेल गया|
पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार मीणा नें जेएनआई को बताया कि जो भी हत्या के केस अभी पुलिस खोल नही पायी है| उसके लिए अलग से टीमें गठित कर कार्यवाही करायी जायेगी| 

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