फर्रुखाबाद:(नगर प्रतिनिधि) लोक आस्था के महापर्व छठ का अनुष्ठान बुधवार को नहाय खाय के साथ शुरू हो गया है। सूर्यदेव एवं छठी माता को समर्पित पर्व जिले भर में रह रहे अन्य राज्यों के लोगों ने नहाय-खाय के साथ प्रारंभ किया। इस पर्व के लिए बिहार निवासी महिलाओं में भी उत्सुकता है। लगभग तीन दिन तक चलने वाले छठ पर्व के लिए प्रारंभिक दिन बुधवार को विधिवत पूजा-अर्चना की तैयारियां भी कीं।
नहाय-खाय के साथ छठ पर्व शुरू हुआ। इस बार कोरोना के कारण सीमित आयोजन किया जा रहा है। सुबह के समय महिलाओं ने सूर्योदय के समय घरों में स्नान किया। जिसके बाद पूजा-अर्चना की और खाना खाया। सुबह से ही घरों में व्रत को लेकर तैयारी की गयी| शाम को व्रती महिलाओं नें भोजन में चावल, चना दाल, लौकी की सब्जी आदि से सूर्य भगवान का पूजन किया| इसके बाद भोजन किया गया|
यह है नहाय-खाय
पूर्वांचल विकास समिति के उपाध्यक्ष अतुल शर्मा नें बताया कि छठ पूजा के पहले दिन नहाय-खाय किया जाता है। जो लोग इस दिन व्रत करते हैं वो स्नान करने के बाद सादा भोजन ग्रहण करते हैं। इसके बाद वो छठ माता का व्रत करते हैं। इस दिन व्रत से पहले नहाने के बाद सादा भोजन ग्रहण करना ही नहाय-खाय कहलाता है। मुख्यतौर पर इस दिन व्रत करने वाले लौकी की सब्जी और चने की दाल खाते हैं। छठ पर्व के पहले दिन जो खाना खाया जाता है उसमें सेंधा नमक का इस्तेमाल किया जाता है। जो लोग छठ का व्रत करते हैं उनके घरवाले तभी भोजन करते हैं जब व्रतधारी भोजन ग्रहण कर लेते हैं। जो व्यक्ति व्रत करता है उसे व्रत पूरा होने तक जमीन पर ही सोना होता है।
उन्होंने बताया कि गुरुवार को शाम पांचाल घाट पर आयोजन किया जायेगा| पहले साफ-सफाई का आयोजन होगा| उसके बाद विधि-विधान से पूजा अर्चना का आयोजन किया जायेगा|
नगर में नहाय-खाय में पूनम शर्मा, उर्मिला भट्ट, अनामिका भट्ट, सुचिता सिन्हा, शोभादेवी, सीता शाह, आशा प्रसाद, रीमा देवी व सहयोग में अतुल शर्मा, केदार शाह, अजीत भट्ट, शमीम अहमद, विकास सिन्हा, एनडी प्रसाद, मुकेश दास आदि रहे|