Monday, December 23, 2024
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दीपों और आतिशबाजी से रोशन हुई अमावस की रात

फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) शाम ढलते ही दीपकों और आतिशबाजी ने अमावस की रात को रोशन कर दिया। घर-आंगन में खुशियों के दीपक जल उठे। लोगों ने पूरी श्रद्धा और विधि विधान से दीपावली पर अपने अपने हिसाब से मुहूर्त के अनुसार मां लक्ष्‍मी का पूजन किया।  समृद्धि और दीपों का महापर्व दीपावली धूमधाम से मनाया गया। धन की देवी मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के लिए घरों, प्रतिष्ठानों में उनका विधिवत पूजन हुआ। सूरज ढलते ही चारों ओर आकर्षक झालर झिलमिलाने लगीं। सड़क और घरों के ऊपर जल रहे दीपक व मोमबत्ती की आकर्षक छटा देखकर हर कोई त्योहार की खुशियों से सराबोर था। बच्चे और युवाओं ने दीपावली पर जमकर आतिशबाजी चलाई। पर्व का उल्लास शहर से गांव की पगडंडियो तक दिखाई दिया।
दिवाली के शुभ अवसर पर लोगों ने जमकर खरीदारी की। बाजारों में खासी भीड़ देखी गई। इस दौरान कई मुख्य सड़कों पर यातायात भी अवरुद्ध रहा। शाम को दिवाली के शुभ अवसर पर लोगों ने परिवार सहित शुभ मुहुर्त पर पूजा कर दीप प्रज्वलित की मां लक्ष्मी का पूजन किया। शाम होते ही आसमान में आतिशबाजी और पटाखों की गड़गड़ाहट शुरू हो गई थी। लोगों की ओर से देर रात तक आतिशबाजी और पटाखे चलाने का दौर लगातार जारी रहा। दिवाली पर पूर्व की अपेक्षा लोगों ने पर्यावरण को प्रदूषण मुक्त रखने के लिए पटाखे चलाने से काफी परहेज किया। पटाखे बेचने का काम करने वालों ने बताया कि इस बार पटाखों की बिक्री पूर्व के मुकाबले काफी कम रही है और उनके लाखों रुपये के पटाखे बच गए है। दिवाली पर शहर पूरी तरह से सजा हुआ था और लोगों के घरों पर लगी रंग-बिरगी लाइटे रात में अपनी रोशनी फेर मनमोहक दृश्य पेश कर रही थी। घर-घर में लक्ष्मी माता की पूजा अर्चना की गई। लोगों ने एक दूसरे को बधाई। आधुनिकता के दौर में लोगों ने अपने रिश्तेदारों को इटरनेट व फोन के माध्यम से दिवाली की मुबारकबाद दी।
शहर में चप्पे-चप्पे पर तैनात दिखे पुलिस कर्मचारी
दीवाली पर शहर में एसपी डॉ० अनिल कुमार मिश्रा के नेतृत्व में सुरक्षा के कड़े इतजाम किए गए थे और इस दौरान चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी।  दिवाली पर रात 10 बजे तक पटाखे चलाने की अनुमति दी थी। इसके बाद पटाखे चलाने पर पूरी तरह से पाबंदी थी लेकिन आदेशों की कोई पालना नहीं हुआ। रात 12 बजे के बाद भी पटाखे की गड़गड़ाहट गूंजती रही।

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