Tuesday, December 24, 2024
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आईपीएल के समय 25 करोड़ की होती कमाई, सरकार चाहे तो टैक्स लगा दे!

कानपुर: सट्टा किंग के नाम से पहचान बनाने वाला सोनू सरदार बेहद शातिर दिमाग है और कारोबार से जुड़े हर कानूनी पेंच से भी बखूबी वाकिफ है। इसी वजह से वो अबतक पुलिस से बचता आ रहा है। सट्टा कारोबार से उसने करोड़ों की संपत्ति अर्जित की है और कई विदेशी बैंकों में खाते हैं। आइपीएल के एक सीजन में सट्टे से करीब 25 करोड़ की कमाई होती है। जयपुर से कानपुर लाते समय उसने पुलिस वालों से कहा, सट्टा कोई अपराध नहीं है चाहो तो टैक्स लगा दो।
जयपुर से कानपुर लाते वक्त सट्टा किंग सोनू सरदार उर्फ भूपिंदर सिंह अरोड़ा से पूछताछ में पता चला है कि उसके तार दुबई और आबूधाबी तक जुड़े हैं। पिछले दिनों उसने दुबई के बैंक खाते में लाखों रुपये जमा कराए थे। माना जा रहा है कि यह खाता अंतरराष्ट्रीय सट्टा माफिया का है। वहीं, पुलिस को सोनू के दिल्ली, अहमदाबाद, जयपुर, कानपुर में 10 बैंक खातों का पता लगा है। उन्हें फ्रीज कराने के लिए बैंकों को पत्र भेजा जा रहा है। जल्द ही गैंगस्टर एक्ट लगाकर सोनू की गाडिय़ां, फ्लैट आदि अवैध रूप से अर्जित की गई संपत्ति जब्त की जाएगी।
चाहो तो टैक्स लगा दो…
आरोपित पुलिसवालों से बोला, कि सट्टा कोई अपराध नहीं है। सरकार को आपत्ति है तो वह इसमें भी टैक्स लगा सकती है। उसने कहा कि सट्टा दिमाग और आंकलन का खेल है। उसने कहा कि कानपुर की कोहना थाना पुलिस ने कुछ वर्ष पूर्व उसे गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही उसने शहर छोड़ दिया।
आइपीएल सीजन में 25 करोड़ से ज्यादा कमाई
एसपी पश्चिम के मुताबिक, आइपीएल सीजन से पहले सोनू सट्टा खिलवाने के लिए जयपुर के आइटी एक्सपट््र्स से एप और वेबसाइट बनवाकर आइडी व पासवर्ड बुकी को देता था। इसी एप व आइडी के जरिए सट्टे का दांव लगता है। हर सीजन में सोनू 25 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई करता था।
रोजाना 533 आइडी बेची, एक की कीमत 14,400 रुपये
आइपीएल सीजन में रोजाना सोनू 533 आइडी बेच रहा था। प्रत्येक की कीमत 14400 रुपये है। हर बुकी की अपनी लिमिट भी तय होती थी। उससे ज्यादा का दांव लगने पर बुकी सट्टा खेलने वाले को अपने से ज्यादा लिमिट वाले बुकी को ट्रांसफर कर देता था।
मोबाइल फोन और लैपटॉप खोलेंगे कई राज
सोनू ने कानपुर व आसपास के जिलों में ही नहीं, दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, पुणे के बुकी को भी आइडी बेची थीं। पिछले माह गैंग का राजफाश होने पर उसने मोबाइल फोन और नंबर बदल दिया था। आठ अक्टूबर को दूसरा गैंग पकड़े जाने के बाद उसने फिर फोन व नंबर बदले। इसके बाद भी वह पकड़ा गया। गिरफ्तारी के दौरान उसने नेताओं का नाम लेकर दबाव बनाने का प्रयास भी किया था। राजनीतिक कनेक्शन के सवाल पर आरोपित ने कहा कि उसकी कई नेताओं से जान पहचान है। उनसे पार्टियों में मुलाकात होती थी। एसपी साउथ ने बताया कि लैपटॉप व मोबाइल फोन की जांच से और राज खुलेंगे।

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