Tuesday, December 24, 2024
spot_img
HomeFARRUKHABAD NEWSहाथरस में पीड़िता के घर बना छाबनी, मोबाइल फोन छीने, किसी से...

हाथरस में पीड़िता के घर बना छाबनी, मोबाइल फोन छीने, किसी से बात करने की इजाजत नही

हाथरस: दंबगों के अमानवीय कृत्य के कारण अपनी गुड़िया को गंवाने वाला हाथरस का परिवार अब जिला तथा पुलिस प्रशासन के बाहुबल से परेशान है। इनका गांव बूलगढ़ी तो पुलिस की छावनी बना है। पुलिस ने पूरे गांव को सील कर दिया है। गांव को छावनी में बदल दिया गया है। गांव के घरों में पुलिस ने ताला लगाया है। यहां पर लोगों को उनके घरों में कैद कर दिया गया है। लोगों को बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा है।
बूलगढ़ी गांव में हाथरस के जिला की फोर्स लगाने के साथ ही पीएसी को भी मुस्तैद कर दिया गया है। हाथरस  के पीड़ित परिवार को किसी से भी मिलने की इजाजत नहीं है, किसी रिश्तेदार को भी गुड़िया के पिता, माता या भाई से मिलने नहीं दिया जा रहा है। गुड़िया के चचेरे भाई का आरोप है कि डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने घर के सभी लोगों का मोबाइल फोन अपने कब्जे में ले लिया है और ताऊ के साथ मारपीट भी की है।
हाथरस में बेटी को गंवाने के बाद अब पीड़ित परिवार जिला प्रशासन का कहर झेल रहा है। घर पर चारों तरफ पहरा लगाकर इनको कैद में रखा गया है। इस दौरान किसी तरह खेतों के रास्ते निकले गुड़िया के चचेरे भाई ने पीड़ित परिवार के भय की दास्तां बताई। उनसे बताया कि जिला प्रशासन ने परिवार की घेराबंदी कर रखी है। घर से सभी लोगों के मोबाइल भी छीनकर कब्जे में ले रखे हैं।
गांव की हर कच्ची पक्की गली में पुलिस का सख्त पहरा है। पीड़िता के घर के चारों तरफ पुलिस तैनात है। ऐसे में खेतों के रास्ते गांव से बाहर निकलकर आए मृत गुड़िया के चचेरे भाई ने मीडिया के समक्ष आप बीती सुनाई। उसने बताया कि प्रशासन ने परिवार की घेरीबंदी कर रखी है। आलम तो यह है कि मारपीट कर उन्हें धमकाया जा रहा हैं। हमारे मोबाइल भी छीन लिए हैं। इन आरोपों के बाद कोई भी प्रशासनिक अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहा हैं।चचेरे भाई ने बताया कि वह शुक्रवार को पशुओं के लिए चारा लाने का बहाना कर छिपते हुए बाहर तक आया हैं। मकान की छतों व गलियों में पुलिस का पहरा हैं। उसके ताऊ यानी गुड़िया के पिता के साथ अधिकारियों ने मारपीट की हैं, जिस कारण ताऊ की हालत खराब हैं। उसने स्वजनों के दहशत में होने की बात कहते हुए प्रशासन पर धमकाने का आरोप लगाया हैं। पीड़िता का चचेरा भाई खेतोंके रास्ते गांव के बाहर आया। उसने बताया कि पुलिस ने चारों ओर से घर की घेराबंदी कर ली है।
हाथरस की कोतवाली चंदपा के गांव बूलगढ़ी में गुड़िया की मौत के बाद सियासी भूचाल मचा हुआ है। डीएम प्रवीण कुमार लक्षकार ने तीन पुलिसकर्मियों के कोरोना संक्रमण के लक्षण होने का हवाला देते हुए गांव में किसी को भी जाने की इजाजत नहीं दी है। गांव में चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात हैं।
सब से मिलना चाहते हैं गुड़िया के स्वजन
अमानवीय कृत्य का शिकार हुई गुड़िया के गांव बूलगढ़ी में फोर्स तैनात है। स्वजन दो दिन में घर में कैद हैं। घर के अंदर आज भी किसी को नहीं जाने दिया जा रहा। आज सुबह पीड़िता का चचेरा भाई पुलिस से छिप कर खेतों के रास्ते गांव के बाहर आ गया। उसने बताया कि पुलिस हमें घर से बाहर नहीं आने दे रही। धमकाया जा रहा है। स्वजन घर में ही कैद हैं। सभी के फोन बंद करा दिए हैं। हम सब से मिलना चाहते हैं।
आज आ सकते हैं मंत्री रामदास अठावले
केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री रामदास अठावले आज हाथरस के बूलगढ़ी गांव में आ सकते हैं। बताया जा रहा है कि वह शुक्रवार को हाथरस जाकर पीड़ित परिवार से मिलेंगे।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments