फर्रुखाबाद:(अमृतपुर/राजेपुर प्रतिनिधि) गंगा व रामगंगा नदी के उफनाने से निचले इलाको में बाढ का पानी प्रवेश कर रहा है। इससे खेतों में लगी फसलें डूब गई है। इससे किसान दहशत में है। गंगा का जलस्तर बीते दिन की तुलना में 15 सेंटीमीटर बढ़ गया| जबकि रामगंगा का जलस्तर 40 सेंटीमीटर तक बढ़ गया है|
राजेपुर क्षेत्र में बरुआ, भुडिया भेड़ा, तीसराम मड़ैया में पानी इतना अधिक है कि नाव डालनी पड़ी और बाढ़ प्रभावित परिवारों को नाव से आना जाना पढ़ रहा है| बीती रविवार की रात दर्जनों गांवों में पानी नें दस्तक दे दी| ग्राम बरुआ को जाने वाली सड़क बाढ़ के पानी से सड़क कट जाने से आवागमन प्रभावित है| कई गांवों में फसलों में पानी भरने से वह डूब गयी| जिससे किसानों को आथिक नुकसान भी हुआ है| इन गांव के ग्रामीणों की दिनचर्या पूरी तरह से अस्त व्यस्त है। कच्चे मकानों, झोपड़ियों में रहने वाले लोग अपना बाढ़ से बचाव करते नजर आए। आखिर ग्रामीण कैसे अपना जीवन यापन करें। फसलें बर्बाद हो गईं।
पशुपालन में हो रही परेशानी
बाढ़ प्रभावित इलाकों में पशुपालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सबसे ज्यादा परेशानी पशुओं के चारे को लेकर है। खेतों में बाढ़ का पानी भरा होने के कारण चारे की कटाई नहीं हो पा रही। ऐसी स्थिति में पशुपालकों को पशुओं को चराने की समस्या पैदा हो गई है।
ग्राम बरुआ के ग्रामीण रामपाल ने बताया कि पशुओं के लिए खासा परेशानी है। चारों तरफा बाढ़ का पानी और बारिश का पानी होने के कारण पशु एक स्थान पर ही बंधे रहते हैं यह स्थान भी कीचड़ य़ुक्त हो गया है। जिससे पशुओं को बीमारी लगने का खतरा है।
कितना बढ़ा गंगा और रामगंगा का जलस्तर
बीते रविवार को गंगा 136.70 पर था| लेकिन सोमवार को गंगा का जलस्तर 136.85 हो गया| यानि बीते दिन की तुलना में गंगा 15 सेंटीमीटर बढ़ गयीं| इसके साथ ही रामगंगा का जलस्तर बीते दिन 134.40 था | जो सोमवार को बढ़कर 134.80 पर पंहुच गया|
गंगा नदी के जलस्तर का पैमाना
सावधानी बिंदु 136.60 मीटर
खतरे का बिंदु 137.10 मीटर
रामगंगा नदी के जलस्तर का पैमाना
सावधानी बिंदु 136.60 मीटर
खतरे का बिंदु 137.10 मीटर