रामपुर:(जेएनआई) सांसद आजम खां के करीबी पूर्व सीओ आले हसन खां को पुलिस ने सोमवार को पकड़ लिया था। इस महीने पहले सिविल लाइंस कोतवाली में दर्ज मुकदमे में पुलिस को उसकी तलाश थी। अदालत से उनके वारंट और कुर्की नोटिस भी जारी हो गए थे उनकी गिरफ्तारी पर पुलिस अधीक्षक ने 25000 का इनाम भी घोषित किया था। मंगलवार को पुलिस ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। यहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। पुलिस को उनके पास से फर्जी आधार कार्ड फर्जी पुलिस पहचान पत्र और हाईकोर्ट का फर्जी आदेश मिला है पुलिस ने फर्जी दस्तावेज रखने के आरोप में उनके खिलाफ दो और मुकदमे दर्ज कर लिए हैं।
पिछले साल सांसद आजम खान और उनके करीबियों के खिलाफ कई मुकदमे दर्ज हुए इनमें ज्यादातर मुकदमों में तत्कालीन सीओ सिटी आले हसन भी नामजद हैं इस वक्त सांसद आजम खान उनकी पत्नी विधायक डॉक्टर तहसील फातमा और बेटे अब्दुल्लाह सीतापुर जेल में बंद हैं पुलिस को आले हसन की तलाश थी सोमवार को वह अदालत में आत्मसमर्पण के लिए आए थे मगर पुलिस ने हाजिर होने से पहले ही गिरफ्तार कर लिया उन्हें सिविल लाइंस कोतवाली ले जाया गया 6 अक्टूबर 2019 को आगाह पुर निवासी मुन्नी ने दर्ज कराया था मुकदमा पुलिस अधीक्षक गुन गौतम ने बताया कि हाले हसन पर पहले से 53 मुकदमे हैं और अब दो मुकदमे और दर्ज किए गए है।
पूर्व सीओ का प्लान हो गया फेल
दरअसल पूर्व सीओ आले हसन पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर होना चाहते थे लेकिन पुलिस ने पहले से ही जाल बिछा रखा था। जिसमें वह फंसते चले गए। काफी समय से पुलिस को उनकी तलाश थी। पकड़ में न आने की वजह से एसपी को उनकी गिरफ्तारी पर इनाम घोषित करना पड़ा था। पूर्व सीओ के जेल जाने के बाद जिले में चर्चाओं के बाजार ने जोर पकड़ लिया है।