फर्रुखाबाद:(अमृतपुर प्रतिनिधि) गंगा का जल स्तर साबधानी बिंदु पर पंहुच गया है| जबकि रामगंगा का उफान कुछ कम हुआ है| लेकिन गंगा का जल स्तर बढने से गंगापार क्षेत्र के लोगों की धड़कने तेज हो गयी है|
दरअसल प्रतिवर्ष बाढ़ के समय गंगापार के ग्रामीणों को नरकीय जीवन जीना पढ़ता है| प्रतिवर्ष उनके बने बनाये आशियाने उजड़ जाते है| और खेती तहस-नहस हो जाती है| बाढ़ कम होंने से बीमारी का खतरा भी बढ़ता है| उसे झेलते हुए ग्रामीण जिन्दगी से संघर्ष कर आगे बढ़ते है| अभी तक सरकार नें बाढ़ से बचाने के लिए कोई ठोस कदम नही उठाये|
इस वर्ष फिर से बाढ़ का मौसम आ गया है| बरसात शुरू हो गयी है और गंगा और रामगंगा अपना विनाशक रूप दिखाने की तैयारी में है| जिससे नीचले क्षेत्र में रहने वाले लोगों की धड़कनें तेज है| बुधवार को गंगा का जलस्तर 136.55 मीटर था| लेकिन गुरुवार को गंगा साबधानी बिंदु पर पंहुच गयीं| गुरुवार को दोपहर गंगा का जलस्तर 136.60 हो गया| जो साबधानी बिंदु है| वहीं रामगंगा बीते दिन 134.70 थी जो गुरुवार को 134.65 मीटर हो गयीं| जिससे ग्रामीणों नें कुछ राहत की साँस ली|
गंगा नदी के जलस्तर का पैमाना
सावधानी बिंदु 136.60 मीटर
खतरे का बिंदु 137.10 मीटर
रामगंगा नदी के जलस्तर का पैमाना
सावधानी बिंदु 136.60 मीटर
खतरे का बिंदु 137.10 मीटर