Monday, December 23, 2024
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गोरखपुर में भाजपा सांसद कमलेश पर डकैती की एफआईआर

गोरखपुर: पैनेशिया अस्पताल को संचालित करने को लेकर 22 जून को हुए विवाद के मामले में भाजपा सांसद कमलेश पासवान और निदेशक मंडल के सदस्य डॉ. प्रमोद सिंह सहित छह नामजद और 40-50 अज्ञात के विरुद्ध डकैती और आपराधिक बल प्रयोग करने सहित कई संगीन धाराओं में कैंट पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है। वहीं सांसद की तहरीर पर दूसरे पक्ष के आठ नामजद सहित 40-50 अज्ञात पर बलवा, मारपीट और दलित उत्पीडऩ (एसी-एसटी एक्ट) की धाराओं में अभियोग पंजीकृत किया गया है। डॉ. प्रमोद ने भी इस मामले में अलग से तहरीर दी थी। पुलिस का कहना है कि डॉ. प्रमोद की तहरीर पर अलग से मुकदमा दर्ज करने की बजाय सांसद की तरफ से दर्ज कराए मुकदमे में उनकी शिकायत को भी शामिल कर लिया गया है।
सांसद पर है यह आरोप
पैनेशिया अस्पताल के निदेशक मंडल के संस्थापक सदस्य विजय कुमार पांडेय ने सांसद व अन्य के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कराया है। तहरीर में उन्होंने लिखा है कि निदेशक मंडल के अन्य सदस्यों के साथ सोमवार को दिन में साढ़े बारह बजे के आसपास वह पैनेशिया अस्पताल गए थे। डॉ. प्रमोद पहले से अस्पताल से मौजूद थे। अस्पताल के संचालन को लेकर उनसे बातचीत चल रही थी कि इसी बीच 40-50 लोगों के साथ सांसद कमलेश पासवान आ गए। आरोप है कि बातचीत के दौरान ही डॉ. प्रमोद, सांसद और उनके साथ के लोगों ने उन पर तथा निदेशक मंडल के अन्य सदस्यों पर हमला कर दिया। तहरीर में विजय पांडेय ने आरोप लगाया है कि मारपीट के दौरान भाजपा सांसद व डा. प्रमोद तथा उनके साथ के लोगों ने उनकी सोने की चेन और पांच हजार रुपये नकद छीन लिए। तहरीर के आधार पर पुलिस ने सांसद और डॉ. प्रमोद के अलावा मनीष सिंह, प्रणव वशिष्ठ, राजीव रंजन तथा नीरज वैश्य व 40-50 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।
सांसद ने जाति सूचक गाली देने की दी थी तहरीर
सांसद कमलेश पासवान की ओर से दी गई तहरीर में कहा गया था कि पैनेशिया अस्पताल का संचालन डा. प्रमोद सिंह करते हैं। अस्पताल में 60 प्रतिशत से अधिक के वह हिस्सेदार हैं। अस्पताल की आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ रही थी। इसे सुधारने के लिए डा. प्रमोद ने सभी नियमों का पालन करते हुए उन्हें निदेशक मंडल में शामिल कर लिया। अस्पताल के प्रबंधन और संचालन के संबंध में डॉ. प्रमोद से बातचीत करने के लिए सोमवार को दिन में साढ़े बारह बजे के आसपास वह पैनेशिया गए थे। आरोप है कि इसी बीच निदेशक मंडल के संस्थापक सदस्य विजय कुमार पांडेय कुछ लोगों के साथ आए और डॉ. प्रमोद से विवाद करने लगे। वह बीच-बचाव कर रहे थे। इस दौरान विजय कुमार पांडेय और उनके साथ के लोगों ने उन्हें जाति सूचक गाली दी तथा अस्पताल के कर्मचारियों के साथ मारपीट शुरू कर दी। सांसद की तहरीर पर पुलिस ने विजय पांडेय के अलावा गोपाल मद्धेशिया, आनंद सिंह, अशोक मद्धेशिया, रवि प्रकाश श्रीवास्तव, गोविंद प्रसाद और अमृश राय तथा 40-50 अज्ञात के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है।यह हुआ था
छात्रसंघ चौराहे पर स्थित पैनेशिया अस्पातल के संचालन और प्रबंधन को लेकर काफी दिन से विवाद चल रहा है। इस विवाद ने 22 जून को दिन में उस समय तूल पकड़ लिया जब अस्पताल पर मालिकाना हक का दाव करने वाले अलग-अलग पक्ष के लोग एक साथ अस्पताल में पहुंच गए। दोनों पक्षों में हाथापाई की नौबत आ गई थी, लेकिन पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभाल ली। दोनों पक्षों से आठ लोगों को हिरासत में भी लिया था। हालांकि बाद में सीआरपीसी की धारा 107/ 116 में पाबंद करने के बाद थाने से से ही छोड़ दिया गया।
दोनों पक्षों ने तहरीर दी थी। मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। तफ्तीश में गुण-दोष के आधार पर दोषियों को चिह्नित कर कार्रवाई की जाएगी। – डा. कौस्तुभ, एसपी सिटी

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