लखनऊ: कोरोना वायरस संक्रमण में लॉकडाउन में महाराष्ट्र के नासिक रोड में फंसे 847 लोग ट्रेन से लखनऊ पहुंचने के बाद रोडवेज की बसों से अपने-अपने गृह जनपद रवाना हो गये। विशेष ट्रेन से लखनऊ पहुंचे श्रमिकों से टिकट की कीमत वसूलने को समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बेहद शर्मनाक बताया है।
समाजवादी पार्टी के अखिलेश यादव ने इसको लेकर एक ट्वीट भी किया और कोविड केयर फंड पर भी सवाल उठाया। अखिलेश यादव ने कहा कि अगर गरीबों से ही ट्रेन के टिकट के पैसे लेने थे तो कोविड केयर फंड में जो खरबों रुपया डलवाया गया है उसका क्या होगा। अखिलेश यादव ने केंद्र के साथ उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा है। अखिलेश यादव ने कहा कि नासिक से ट्रेन से लखनऊ लाए जा रहे मजदूरों से रुपये वसूली का कृत्य बेहद शर्मनाक है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश में भी आरोग्य सेतु एप से सौ-सौ रुपए वसूले जाने की खबर है।अखिलेश यादव ने रविवार सुबह दो ट्वीट किए. उन्होंने पहले ट्वीट में लिखा, ट्रेन से वापस घर ले जाए जा रहे गरीब, बेबस मजदूरों से भाजपा सरकार का रुपया वसूलना बेहद शर्मनाक है। आज साफ हो गया है कि पूंजीपतियों का अरबों माफ करनेवाली भाजपा अमीरों के साथ है और गरीबों के खिलाफ। विपत्ति के समय गरीबों का शोषण करना सूदखोरों का काम होता है, सरकार का नहीं।
दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा कि अब तो भाजपा के आहत समर्थक भी यह सोच रहे हैं कि अगर समाज के सबसे गरीब तबके से भी घर भेजने के लिए सरकार को पैसे लेने थे तो तरह-तरह के फंड में जो खरबों रुपया तमाम दबाव व भावनात्मक अपील करके डलवाया गया है उसका क्या होगा। अब तो यूपी में आरोग्य सेतु एप से भी 100 रुपया वसूलने की खबर है।
ट्रेन में लिया 470 का टिकट, बस में मुफ्त यात्रा
गाजीपुर के विजय कुमार फतेहपुर के राजू केवट समेत कई यात्रियों ने उत्तर प्रदेश सरकार को धन्यवाद दिया। इसके साथ ही महाराष्ट्र में आई दिक्कतों को साझा करते हुए कहा कि दुकानों से उन्हें निकाला गया। जब तक राशन था जब तक काम चलाया गया, उसके बाद उन्हें जाने के लिए कहा गया। ट्रेन चलने की सूचना होने के बाद हम लोग किसी तरह पैदल चलकर ट्रेन पकडऩे पहुंचे। ट्रेन में हमसे 470 रुपया किराया लिया गया जबकि उत्तर प्रदेश रोडवेज हमको मुफ्त सेवा दे रही है। हम सभी योगी आदित्यनाथ का धन्यवाद करते हैं।
नासिक से लखनऊ पहुंचे यात्रियों का जत्था एक-एक करके रवाना हो गया। दो बस सिद्धार्थ नगर रवाना की गईं। चारबाग रेलवे स्टेशन से 27 बस को रवाना किया गया जबकि पांच बस रिजर्व में रखी गई थीं। प्रदेश के विभिन्न जिलों के 17 पर बसों को भेजा गया है। यात्रियों को बस में ही मास्क और हैंड सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है। बसों में शारीरिक दूरी का ख्याल रखते हुए अधिकतम 25 से 33 की संख्या में यात्रियों को बैठाया गया। विधिवत चिकित्सीय जांच के बाद ही इन सभी को अलग-अलग बस बसों में जिलेवार बैठा कर रवाना किया गया।