फर्रुखाबाद:(जेएनआई ब्यूरो) जिले में इन दिनों बैंको के बाहर लगने वाली भीड़ में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन टेढ़ी खीर बन गया है| पूरा समय पुलिस भीड़ को आगे पीछे करने में ही निकाल रही है और पुलिस के जाते ही भीड़ फिर एक दूसरे के कंधे में बैठ जाती है और बढ़ जाता है कोरोना का खतरा| दरअसल बैंको में भीड़ होने का मुख्य कारण एक अफवाह है जो तेजी से लोगों के फ़ैल रही है| अफवाह यह कि जो पैसा सरकार ने उनके खाते में कोरोना संक्रमण के चलते हुए लॉक डाउन में बाद भेजा है वह यदि नही निकाला गया तो सरकार पैसा वापस ले लेगी|
शुक्रवार को जब जेएनआई टीम ने बैंको का दौरा किया तो कई महिलाओं ने यह बात कही| वह 500 सौ रूपये के लिए 5 घंटे तक बैंको के बाहर लाइन में लगी रही| क्योंकि यदि पैसा नही निकाला तो वह वापस हो जायेगा| इस अफवाह ने इतना जोर पकड़ा की ग्रामीण क्षेत्र हो या नगर रूपये निकालने ले लिए आयी भीड़ को काबू करना ही मुश्किल हो जाता है और सोशल डिस्टेंसिंग पूरी तरह से तार-तार हो जाती है| लेकिन जब जेएनआई ने बैंक कर्मियों से बात की तो उन्होंने ने भी कहा कि अधिकतर लोग यही सबाल कर रहे है कि यदि पैसा नही निकाला तो वापस हो जायेगा क्या| लेकिन यह अफवाह है| किसी का पैसा वापस नही होगा| वह जब चाहे पैसा निकाल सकते है| उनका पैसा पूरी तरह सुरक्षित है|
जिल के मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) डॉ० राजेन्द्र पैंसिया ने बताया कि जनधन योजना या किसी अन्य सरकारी योजना में सरकार की तरफ से जो धनराशि खातो में जमा की गयी है, वह वापस नही जायेगी| यह धनराशि हमेशा उनके खाते में ही रहेगी| इसे कभी भी निकाला जा सकता है| सरकार उसे वापस नही लेगी| उन्होंने बताया कि सभी बैंक कोआर्डिनेटर को निर्देशित किया गया कि वहसामाजिक दूरी बनाये| खाता धारक कभी भी अपना पैसा निकाल सकते है|