फर्रुखाबाद: जनपद में धारा 144 या लॉक डाउन को तोड़ने वालों की अब खैर नहीं है। जिले में लॉक डाउन के दूसरे दिन भी लोग इसे गंभीरता से नहीं ले रहे है। 24 मार्च को प्रधानमंत्री द्वारा राष्ट्र के नाम संदेश के संबोधन के बाद से अब कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के मद्देनजर लॉक डाउन की समय-सीमा भी 21 दिन के लिए बढ़ा दिया गया था। प्रधानमंत्री ने लोगो से यह भी अपील करते हुए कहा था कि इसे लॉक डाउन ही मत समझिएगा, एक तरह से यह कर्फ्यू ही है। दूसरे दिन भी सड़कों पर लॉकडाउन का उल्लंघन करते देखे लोग गए। लॉकडाउन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा सख्ती बरती जा रही है, अब बेवजह सड़क पर या घर से निकलने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई करने का भी आदेश मिल गया है।
लेकिन गुरुवार की सुबह भी सड़कों पर आम दिनों की तरह ही अपने-अपने दोपहिया व चारपहिया वाहन लेकर रोड पर आते-जाते देखा गया। हालांकि केन्द्र व राज्य सरकार के आदेश को जिला प्रशासन द्वारा अमल में लाते हुए जिला स्तरीय प्रशासनिक महकमा हरकत में आ गया है। शहर के तमाम इलाकों में अधिकारियों व पुलिस बल के जवानों ने घूम-घूमकर लॉकडाउन का शत-प्रतिशत पालन करने की लोगों से अपील की। खुद जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह व एसपी डॉ० अनिल कुमार मिश्रा जनपद में भ्रमणशील है| लॉक डाउन का पालन नहीं करने वालों पर प्रशासन सख्त दिख रहा है।
बता दें कि गैर जरूरी कामों से बेवजह सड़क पर इधर- उधर घूमने वाले वाहन चालकों पर प्रशासन की सख्ती शहर के चौक, लाल दरवाजा सहित आस पास के इलाके में भी देखने को मिला। नगर के टाउन हाल से लेकर जिला जेल चौराहे तक तो सन्नाटे की चादर है| लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में लोघरों से बाहर दिख| जिले के साथ देश में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के शंखनाद के बाद भी हम अपनी जिम्मेदारी नही समझ रहे| पुलिस मीडिया कर्मी, डाक्टर हमे और हमारों को बचाने में लगे है| उनकी मदद करने की जगह हम अपनी मनमानी से बाज नही आ रहे| हमे एक जिम्मेदार हिन्दुस्तानी की जिम्मेदारी निभानी है|