Monday, December 23, 2024
spot_img
HomeFARRUKHABAD NEWSडोनाल्‍ड ट्रंप नें साबरमती आश्रम में चरखा चला गाँधी को किया नमन

डोनाल्‍ड ट्रंप नें साबरमती आश्रम में चरखा चला गाँधी को किया नमन

अहमदाबाद: अमेरिकी राष्‍ट्रपति डोनाल्‍ड ट्रंप और उनकी पत्‍नी मेलानिया ट्रंप ने अपने भारत दौरे की शुरुआत अहमदाबाद स्थिति साबरम‍ती आश्रम से किया। साबरम‍ती आश्रम में ट्रंप और मेलानिया ने चरखे पर सूत काता और इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनके साथ रहे। यहां ट्रंप और मेलानिया का एक अलग ही रूप देखने को मिला। इससे पहले ट्रंप का विमान लगभग 11 बजकर 40 मिनट बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्रंप परिवार की अगवानी की। एयरपोर्ट से डोनाल्‍ड ट्रंप सीधे साबरमती आश्रम पहुंचे। उन्‍होंने आश्रम में महात्मा गांधी को नमन किया। बता दें कि चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो अबे समेत दुनिया के कई नेताओं ने पिछले कुछ वर्षों में साबरमती आश्रम का दौरा किया है। अमेरिका राष्ट्रपति के दौरे से पहले स्थानीय अधिकारियों ने आश्रम को सजाया-संवारा। डोनाल्‍ड ट्रंप ने यहां लगभग 15 मिनट बिताए। हालांकि, पहले यह तय नहीं था कि डोनाल्‍ड ट्रंप साबरमती आश्रम जाएंगे या नहीं।
साबरमती आश्रम में भी ट्रंप का स्‍वागत करने के लिए पीएम मोदी पहले से ही मौजूद रहे। ट्रंप और मेलानिया गांधी आश्रम पहुंचे तो उन्‍हें खादी अंगवस्‍त्र दिया गया, जिन्‍होंने धारण किया। इसके बाद जूते बाहर उतारकर ट्रंप और मेलानिया ने साबरमती आश्रम में प्रवेश किया। यहां उन्‍होंने महात्‍मा गांधी को नमन किया। इस दौरान पीएम मोदी एक-एक चीज अतिथियों को समझाते हुए नजर आए। ट्रंप और मेलानिया ने जब चरखा चलाने की इच्‍छा जाहिर की, तो पीएम मोदी ने उन्‍हें समझाया कि इससे कैसे सूत काता जाता है। ये देखकर कई लोगों को हैरानी भी हुई। ट्रंप और मेलानिया ने चरखा चलाया और फिर पूरे आश्रम का भ्रमण किया।
साबरमती आश्रम के ट्रस्‍टी कार्तिकेय साराभाई ने बताया कि डोनाल्‍ड ट्रंप आश्रम में पहुंचकर काफी खुश नजर आए। उन्‍होंने कहा, ‘डोनाल्‍ड ट्रंप साबरमती आश्रम पहुंचकर काफी प्रसन्‍न हुए। आश्रम से जाने हुए उन्‍होंने कहा कि बेहद शांतिपूर्ण अनुभव रहा। ट्रंप यह देखकर काफी प्रभावित हुए कि गांधीजी कितने साधारण जीवन जीते थे।’ साथ ही साराभाई ने बताया कि ट्रंप को आश्रम की ओर से कुछ उपहार दिए गए। इनमें माहात्‍मा गांधी जी की बायोग्राफी, एक चरखा, तीन बंदरों वाली मार्बल की मूर्ति (बुरा न देखो, बुरा न कहो और बुरा न सुनो की प्रतीक) शामिल है।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments