कन्नौज:गुरसहायगंज से जयपुर जा रही स्लीपर बस जीटी रोड पर ट्रक से भिड़ गई। हादसा इतना भीषण था कि ट्रक का डीजल टैंक फट गया। इससे ट्रक और बस दोनों में आग लग गई। स्लीपर बस में फंसे यात्रियों को निकलने तक का मौका नहीं मिल सका। हादसे में दस से ज्यादा यात्रियों के जिंदा जलने की आशंका है। 22 यात्री जिला अस्पताल में भर्ती कराए गए हैं। दमकल गाडि़यां मौके पर आग बुझाने में जुटी हैं। मुख्यमंत्री ने आला अधिकारियों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं।
ट्रक का डीजल टैंक फटने से आग का गोला बनी बस
शुक्रवार रात करीब आठ बजे विमल चतुर्वेदी बस सर्विस की स्लीपर बस कन्नौज के गुरसहायगंज से जयपुर के लिए चली थी। बताते हैं कि बस में गुरसहायगंज से 12 यात्री बैठे थे। इससे आगे छिबरामऊ में भी कई सवारियां बैठीं। बस में कुल यात्रियों की संख्या लगभग 35 बताई जा रही है। इनमें से कुछ यात्री बालाजी दर्शन करने तो कुछ रोजगार की तलाश में जयपुर जा रहे थे। हालांकि बस में कितने यात्री सवार थे, इसकी किसी ने आधिकारिक रूप से जानकारी नहीं दी है।
जीटी रोड पर घिलोई खास गांव के पास कोहरे की वजह से हादसा
गुरसहायगंज से बस अभी 26 किमी ही चल पाई थी कि छिबरामऊ से पांच किमी आगे जीटी रोड पर ग्राम घिलोई के पास कोहरे की वजह से यह भयानक हादसा हो गया। भिड़ंत में बाद पहले ट्रक का डीजल टैंक फटने से आग लग गई, जिसने बस को भी चपेट में ले लिया। थोड़ी ही देर में बस आग का गोला बन गई। हादसा इतना भयानक था कि स्लीपर बस में फंसे यात्रियों को निकलने तक का मौका नहीं मिल सका। किसी तरह लगभग एक दर्जन सवारियों ने कूदकर अपनी जान बचाई।
वाहनों की लंबी कतार लगी
हादसे के बाद जीटी रोड पर यातायात पूरी तरह बाधित हो गया। वाहनों की लंबी कतारें लग गई। फायर बिग्रेड की कई गाड़ियां आग बुझाने के प्रयास में जुटी हैं। कानपुर से एडीजी और कमिश्नर भी घटनास्थल पर पहुंच रहे हैं। मौके पर भारी भीड़ जुटी हुई है। मंडलायुक्त सुधीर एम बोबडे ने बताया कि घटना कैसे हुई इसकी जांच होगी। जो दोषी हैं, उन पर कार्रवाई होगी। कितने यात्रियों की मौत हुई है, अभी यह कंफर्म नहीं है।
2018 में भी इसी ट्रैवल्स की बस में 17 की हुई थी मौत
यह दुर्योग ही है कि 2018 में 13 जून को दिल्ली से फर्रुखाबाद लौटते हुए इसी ट्रैवल्स की एक बस का इटावा में हादसा हुआ था। तब बस, डिवाइडर से टकरा गई थी। इसमें मौके पर ही 17 लोगों की मौत हो गई थी।
बस संचालक की लापरवाही
एडीजी प्रेम प्रकाश ने कहा कि कन्नौज के डीएम और एसपी मौके पर हैं। इस मामले में लगातार उनसे जानकारी ली जा रही है। बस संचालक की लापरवाही की बात सामने आई है। मुकदमा दर्ज करके जांच कराई जाएगी।
मुख्यमंत्री ने जताई शोक संवेदना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना में मृत लोगों के प्रति शोक संवेदना जताई है। उन्होंने कन्नौज के डीएम और एसपी को मौके पर पहुंचकर राहत एवं घायल यात्रियों के उपचार के लिए हर संभव कदम उठाने के निर्देश दिए हैं।
परिवहन मंत्री ने घटना पर जताया दुख
परिवहन मंत्री अशोक कटारिया ने कन्नौज बस हादसे की जांच कानपुर के डिप्टी ट्रांसपोर्ट कमिश्नर (डीटीसी) व संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) को सौंपी है। उन्होंने दोनों अधिकारियों को तत्काल मौके पर पहुंचकर हर पहलू की जांच कर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए। परिवहन मंत्री ने इस बस दुर्घटना पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि यह घटना अत्यंत दुखद व कष्टकारी है। हमारी संवेदना पीड़ित परिवारीजनों के साथ हैं।
उन्होंने घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाने के निर्देश अफसरों को दिए। उन्होंने बताया कि एक्सीडेंट के कारणों का पता लगाया जा रहा है। वहीं, उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक राजशेखर ने इस घटना के बाद कन्नौज के जिलाधिकारी से बात कर प्रारंभिक जानकारी ली।
खचाखर भरी थी बस, 10-12 यात्री ही उतर सके
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि बस खचाखच भी थी। हो सकता है उसमें 60 यात्री सवार हों। टक्कर के बाद आग लगी और अफरा-तफरी का माहौल बन गया। लोगों ने बस से निकलने की कोशिश की, लेकिन 10-12 लोग ही उतरने में कामयाब हो सके और बाकी लोग फंस गए और जिंदा जल गए।
आईजी मोहित अग्रवाल के मुताबिक, शव बहुत बुरी तरह जल चुके हैं। डीएनए टेस्ट से उनकी पहचान की जाएगी और इसके बाद ही मृतकों की सही आंकड़ा पता चलेगा। शुरुआती जांच में बस में 8 से 10 शव नजर आ रहे हैं, लेकिन वे भी बुरी तरह जल चुके हैं। 25 यात्रियों को बचाया गया है| इनमें से 12 को उपचार के लिए तिरवा मेडिकल कॉलेज और 11 को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है| उन्होंने कहा कि दो यात्री पूरी तरह सुरक्षित थे, जिन्हें घर भेज दिया गया| आईजी ने कहा कि 18 से 20 यात्री लापता हैं. हो सकता है कि उनकी मौत हो गई हो, लेकिन यह अभी निश्चित नहीं है|