लखनऊ: बेसिक शिक्षा विभाग में इन दिनों एक मोबाइल एप को लेकर काफी हल्ला मचा है। नाम है-प्रेरणा। विरोध की वजह तमाम हैं। महिला शिक्षक कह रही हैं कि हम पुरुषों के साथ सेल्फी कैसे लेंगे? मिस यूज न हो जाए…। पुरुष शिक्षक इसे अतिरिक्त बंदिश बता रहे हैं। इन सबके बीच जब इस एप की बाबत जानकारी जुटाई गई तो नतीजे बेहतरीन मिले। यह एप न केवल बदहाल बेसिक स्कूलों में शिक्षकों को पढ़ाने की प्रेरणा देगा बल्कि मजबूर भी करेगा। उनकी सौ फीसद उपस्थिति सुनिश्चित होगी। कोई गोलमाल नहीं चल पाएगा।
बेसिक शिक्षा का हाल किसी से छिपा नहीं है। इसके पीछे घोर अव्यवस्था और तमाम शिक्षकों की उदासीनता सामने आती रही है। मिड डे मील बनाने और ब’चों के खिलाने में पूरा दिन गुजर जाता है। प्रेरणा एप इस पर ही अंकुश लगाने वाला है। यह व्यवस्था फिलहाल लखनऊ के सरोजनीनगर ब्लॉक, कानपुर नगर और बाराबंकी के एक-एक ब्लॉक में पायलट प्रोजेक्ट के रूप में चल रहा है। बुधवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पूरे प्रदेश में इसे लांच करेंगे। राजधानी में इसकी निगरानी बेसिक शिक्षाधिकारी डॉ. अमर कांत सिंह और मंडल कोऑर्डिनेटर निधि शर्मा कर रही हैं।
ऐसे काम करेगा एप
- मंडल कोऑर्डिनेटर निधि शर्मा के मुताबिक, एप में जीपीएस इनबिल्ड है। इसलिए मोबाइल फोन की गैलरी में पड़ी पुरानी फोटो शिक्षक नहीं भेज सकेंगे।
- एप को ओपेन करने के बाद ही आप जिस समय की फोटो क्लिक करके पोस्ट करेंगे, वही समय एप में शो करेगा।
- अगर नेटवर्क नहीं है तो भी बहाना नहीं चलेगा। आप फोटो क्लिक करके जानकारी के साथ एप में पोस्ट करें।
- जैसे ही नेट कनेक्टिविटी में आएंगे वह फोटो एप पर शो होगी। वही टाइम दिखाएगी जिस समय आपने खींची होगी।
ऐसे डाउनलोड होगा एप
प्रेरणा एप डाउनलोड करने के लिए गूगल एप पर प्रेरणायूपी.इन टाइप करें। मोबाइल स्क्रीन पर पहला ऑब्शन प्रेरणा एप और दूसरा प्रेरणा इंस्पेक्शन के नाम से शो करेगा। प्रेरणा एप शिक्षकों के लिए है और प्रेरणा इंस्पेक्शन मॉनिटिङ्क्षरग अधिकारियों में डायरेक्टर, बीएसए को मिलेगा।