लखनऊ: केंद्र में मोदी सरकार-2 के गठन के बाद अब राज्य मंत्रिमंडल के पहले विस्तार ने भी सरकार के सहयोगी अपना दल (एस) को तगड़ा झटका दिया है। मंत्रिमंडल विस्तार में शपथ लेने वाले 23 लोगों में 18 नए चेहरे थे, लेकिन उनमें अपना दल (एस) का एक भी नहीं था। माना जा रहा है कि दबाव बनाने की अपना दल (एस) की कोशिशों का भाजपा ने अपने अंदाज में जवाब दिया है।
अपना दल (एस) ने भी तल्ख तेवर दिखाते हुए अपने संस्थापक सोनेलाल पटेल की जयंती पर बीती दो जुलाई को राजधानी में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा से किनारा कर लिया। इसके बावजूद अपना दल (एस) के पदाधिकारी और कार्यकर्ता मान रहे थे कि योगी मंत्रिमंडल का विस्तार होने पर एमएलसी आशीष पटेल को मंत्री बनाकर इसकी भरपाई की जाएगी मगर ऐसा नहीं हुआ। अब अपना दल (एस) के कार्यकर्ता और पदाधिकारी मायूस हैं।