फर्रुखाबाद:(मेरापुर) माँ ने फोन से बात करने से मना कर दिया तो दबंग ने उसकी मासूम पुत्री का अपहरण कर लिया| पुलिस को जानकारी होने पर पुलिस ने उसे मुक्त कर परिजनों को सौपा|
थाना मेरापुर पुलिस को मंगलवार सुबह सूचना मिली की कोतवाली कायमगंज क्षेत्र से बालिका का अपहरण कर बाइक से ले जाया जा रहा है। बाइक सवार युवक अपहत बालिका को पेट में अंगौछे से बांधकर ले जा रहा था। कायमगंज की ओर से बाइक से आएया युवक सुबह करीब 7 बजे अचरा चौराहे पर देखा गया।
युवक की बाइक का स्टैंड नहीं लगा था। लोगों ने युवक को स्टैंड लगाने को कहा। यह सुनते ही बाइक सवार युवक तेजी से बाइक को अलीगंज मार्ग की ओर भगा ले गया। सूचना मिलने पर अचरा चौकी इंचार्ज हरिओम शर्मा ने सिपाही राजनारायण सिंह के साथ बाइक सवार युवक का पीछा किया। युवक जिले की सीमा के निकट ग्राम धुवैया में बालिका को छोड़कर भाग गया।
बेटी के बरामद हो जाने की जानकारी मिलने पर उसकी मां सरिता अपने पिता अवनीश व चाचा नारद मुनि के साथ अचरा पुलिस चौकी पहुंची। सरिता की 2 वर्षीय बेटी का नाम अंशिका है। वह जनपद मैनपुरी कोतवाली भोगांव के नगला भवानी निवासी देवेंद्र राजपूत की पुत्री है। अंशिका रक्षाबंधन पर अपनी मां के साथ कोतवाली कायमगंज के ग्राम अरियारा में नाना अवनीश के यहां आई थी।
सरिता बीती रात तीन बच्चों के साथ छत पर लेटी थी अवनीश के मेन गेट का एक दरवाजा टूटा है। कोतवाली भोगांव के ग्राम नगला जिसू निवासी बृजेश पुत्र जीवा लाल बीती रात बाइक से ग्राम अरियारा पहुंचा। बृजेश टूटे गेट से अवनीश के मकान में घुस गया और सोते समय अंशिका को उठा ले गया। सुबह अंशिका के न मिलने पर परिवार में कोहराम मच गया। घटना की सूचना डायल हंड्रेड को दी गई तब पुलिस सक्रिय हुई।
सरिता ने बताया कि बृजेश मेरे पति के बुआ का बेटा है वह अक्सर मुझसे कहता था कि फोन पर बात करो मैंने उससे फोन पर बात नहीं की। तब उसने बच्चे का अपहरण करने की धमकी दी थी। बृजेश मुझ पर दबाव बनाने के लिए बेटी को उठा ले गया था। पुलिस ने अंशिका को उसकी मां व नाना को सौंप दिया