फर्रुखाबाद: योगी सरकार में फरियादी को न्याय पाने के लिए अधिकारीयों के कार्यालयों के चक्कर ना काटना पड़े| इसके लिए आईजीआरएस, मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, पीजी पोर्टल, आनलाइन, आदि के माध्यम से फरियादी की शिकायतों का निस्तारण करने की व्यवस्था की गयी है| बीते कुछ दिन पूर्व ही सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ ने सीएम हेल्पलाइन को और अधिक प्रभावी बनाया और उस पर शिकायत करने वाले शिकायत कर्ता को 24 घंटे के भीतर न्याय दिलाने का नियम तय किया| लेकिन सीएम साहब यह भूल गये की उनके ही अफसर उनके ड्रीम प्रोजेल्ट को डैमिज करने के लिए काफी है| ताजा मामला तब प्रकाश में आया जब एक शिकायत कर्ता की सातवीं बार की गयी शिकायत के बाद भी जाँच अधिकारी ने अपने कार्यालय में बैठकर जाँच कर सीएम को झूठी रिपोर्ट भी भेज दी|हद तो तब हो गयी जब जाँच अधिकारी ने शिकायत कर्ता से बात की तो उन्होंने साफ़ कहा कि उन्होंने जाँच आफिस में बैठकर ही की है और इसी तरह से जाँच हो पायेगी| फरियादी और जाँच अधिकारी की बातचीत का आडियो वायरल हो रहा है| अब देखना यह है कि दोषी जाँच अधिकारी पर कार्यवाही क्या होती है|
आखिर क्या है पूरा मामला
दरअसल विकास खंड कमालगंज के ग्राम दान मंडी निवासी सचिन कुमार ने बीते दिनों सीएम हेल्पलाइन 1076 पर शिकायत दर्ज करायी की उनके गाँव में सरकार ने जो शौचालय दिये है उन्हें मानक के अनुरूप नही बताया गया| शौचालयों में सेम ईंट का प्रयोग गया और अपात्रो को शौचालय देकर पात्रों को ठेंगा दिखाया गया| सीएम हेल्प लाइन से शिकायत को सम्बन्धित विकास खंड कमालगंज के एडीओ पंचायत सुरेश पाल के पास ट्रांसफर कर दिया गया|
शिकायत के बाद एडीओ पंचायत गाँव में जाँच करने तक नही गये| बीते दिनों सचिन कुमार के पास मैसेज आया की उनकी शिकायत का निस्तारण हो गया है| शिकायत कर्ता सचिन कुमार ने जब एडीओ पंचायत के मोबाइल नम्बर पर फोन किया और कहा कि वह तो गाँव में आये ही नही और उन्होंने शिकायत अक निस्तारण कैसे कर दिया|
जाँच अधिकारी एडीओ पंचायत ने कहा निस्तारण सीएम हेल्प लाइन का होगा और एक दिन भी शिकायत नही रुकेगी| उन्होंने अपने कार्यालय में बैठकर ही शिकायत का निस्तारण कर रिपोर्ट भेज दी| जब शिकायत कर्ता ने कहा की शिकायत पर फर्जी जाँच रिपोर्ट क्यों लगा दी| तो उन्होंने कहा कि दोबारा शिकायत करों हम क्या करें| शिकायत करता ने ने फिर कहा की पूर्व में भी वह 6 शिकायतें कर चुके है यह सातवीं शिकायत है|इसका भी फर्जी कार्यालय में बैठकर निस्तारण कर दिया गया| इस पर जाँच अधिकारी एडीओ पंचायत सुरेश पाल फोन पर ही उखड़ गये और उन्होंने कहा यही होगा| अब आयेगें जाँच करने| फ़िलहाल शिकायत कर्ता ने जाँच अधिकारी से हुई वार्ता का ऑडियो वायरल कर दिया| जिससे हडकंप मचा है| हुआ कुछ भी लेकिन यह एक सबूत काफी है यह बतानें के लिए की सीएम के सपनों की उड़ान के पर किस तरह से उनके ही अफसर कतर कर उन्हें फर्जी रिपोर्ट भेज कर गुमराह कर रहे है|
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जेएनआई को बताया कि यह प्रकरण अभी संज्ञान में नही आया है| यदि शिकायत की फर्जी रिपोर्ट भेजी गयी है तो जाँच करायी जायेगी दोषी पाए जाने पर कार्यवाही होगी|