अंतिम यात्रा के बीच में मायके वालों ने देखा तो जिंदा हो गई महिला

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बस्ती: बस्‍ती जिले के मुंडेरवा थाना क्षेत्र के ¨सहोरवा गांव में  एक अजीबो-गरीब घटना घटी। जिस महिला को मृत समझकर परिजन अंतिम संस्करण करने ले जा रहे थे, उसकी सांसे चल रही थी। महिला को तुरंत स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर किया गया। लेकिन, अस्पताल पहुंचने से पहले ही उसकी मौत हो गई।
गांव निवासी बबलू की पत्‍‌नी सुनीता देवी (30) की बुधवार को सुबह 9 बजे के करीब संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। परिवार के लोग शव को पिकअप पर लादकर दोपहर 12 बजे के करीब अंतिम संस्कार के लिए लालगंज स्थित कुआनो नदी के तट पर ले जा रहे थे।
बनकटी ब्लाक के सजनाखोर गांव के पास सुनीता के मायके वालों ने जब पिकअप पर चढ़ कर सुनीता का चेहरा देखा तो उसकी सांस चल रही है। आनन-फानन में उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनकटी ले जाया गया। चिकित्साधिकारी राजेश कुमार ने जांच करने के उपरांत महिला को जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। चिकित्सक के मुताबिक जब महिला अस्पताल लाई गई थी तब उसकी सांस चल रही थी, ब्लड प्रेशर व पल्स काफी कमजोर थी।
वही ग्रामीणों के मुताबिक जिला चिकित्सालय ले जाते समय बस्ती-महुली मार्ग पर पाकरडाड़ गांव के पास महिला ने दम तोड़ दिया। ग्रामीणों का कहना है कि 6 माह पूर्व महिला की 2 वर्षीय पुत्री की मौत गंभीर बीमारी से हो गई थी। सुनीता का पति बबलू रंगाई का काम करता है। महिला की मौत के संबंध में गांव में भी कोई कुछ बोलने को तैयार नहीं है।
महिला का मायका संतकबीर नगर जनपद के महुली थाने के काली जगदीशपुर गांव में है। प्रभारी निरीक्षक मुंडेरवा सदानंद सिंह ने बताया कि घटना की जानकारी होते ही पुलिस मौके पर गई थी। मायके वालों की तरफ से कोई तहरीर न मिलने के कारण पुलिस ने कोई हस्तक्षेप नहीं किया।