फर्रुखाबाद:(नगर-प्रतिनिधि)दो सीट वाली बाइक पर चार-चार लोगों को सफर करते अक्सर देखा जा सकता है। उस पर गजब यह कि बाइक चालक हेलमेट लगाने की भी जहमत नहीं उठाते। गांव से खरीदारी करने के लिए शहर आना हो या फिर रिश्तेदारी में जाना हो तो लोग पत्नी और बच्चों को एक ही बाइक पर बैठाकर चल देते हैं। अधिकांश होने वाली दुर्घटनाओं में ट्रिपल राइडिंग के मामले सामने आते हैं। इसके बाद भी लोग नहीं चेत रहे हैं। ट्रिपल राइडिंग के दौरान स्पीड ब्रेकर और इमरजेंसी में ब्रेक लगाने पर बाइक अनियंत्रित हो जाती है, जिससे अक्सर हादसे होते हैं और लोग असमय ही काल के गाल में समा जाते है। खास बात यह है कि परिवहन विभाग और ट्रैफिक पुलिस भी ऐसी प्रवृति को लेकर संजीदा नहीं है। बाइकों पर 3 सवारी ही नहीं 4 और 5सदस्यों का पूरा परिवार ही सवार नजर आता है,
सीट दो पर बैठते हैं चार से पांच लोग
बाइक पर दो लोगों के बैठने की सीट होती है, लेकिन इस पर तीन नहीं चार से पांच लोग तक बैठकर चल रहे हैं। थोड़ी दूर के लिए नहीं बल्कि बाइक चालक गांव से शहर तक आने के लिए लंबी दूरी में भी परिवार को एक ही बाइक पर बैठाने से गुरेज नहीं करते हैं।
ट्रैफिक पुलिस भी फेर लेती है आंखे
अक्सर कुछ लोग परिवार की जान की परवाह नहीं करते। एक बाइक पर पत्नी और बच्चों के साथ सवार होकर वह भी बिना हेलमेट सफर करते हैं। इतना ही नहीं बाइक की पेट्रोल टंकी पर बैग लादने से भी गुरेज नहीं करते। इन्हें पुलिस की कार्रवाई का भी डर नहीं सताता है। वहीं, पुलिस भी देखने के बाद भी मुंह फेर लेती है।
841 से अधिक हो चुके हैं चालान
ट्रिपल राइडिंग को लेकर पुलिस और परिवहन विभाग समय-समय पर चेकिंग अभियान चलाता है और कार्रवाई भी करता है, लेकिन लोग अर्थदंड पड़ने और दुर्घटना होने पर भी सबक नहीं लेते हैं। पुलिस के आंकड़ों पर यदि नजर डालें तो यातायात प्रभारी देवेश कुमार के अनुसार कुल तीन सबारियों में लगभग एक महीने के भीतर 841 वाहनों के चालान किये और 40 वाहनों को सीज कर दिया| वहीं 2 लाख 49 हजार रूपये जुर्माना बसूला गया|