फर्रुखाबाद: देश की जनता ने नरेन्द्र मोदी की झोली वोटो से भर दी| दुबारा सत्ता पर बैठने के लिए आशीर्वाद दे दिया मगर जिस कारण ये आशीर्वाद मिला है क्या वो काम क्या बाकई में सौ फ़ीसदी हुआ था? ये सवाल इसलिए उठा है क्योंकि गरीब के घर में बिजली आने का ढिंढोरा भाजपा वालो ने चुनाव में ठोक पीट के पीटा था| किसी ने कुछ सोशल मीडिया पर लिखा तो भक्तो ने उसकी ऐसी तैसी कर दी| मीडिया में छपा तो कांग्रेसी होने का आरोप लगा दिया मगर हकीकत जाकर नहीं देखी| अब चुनाव हो चुका है|असल तस्वीर छपने से भी कुछ नहीं बिगड़ेगा| अब ही जाकर देख लो अमृतपुर तहसील के गाजीपुर गाँव में न खम्भे लगे है और न बिजली के तार खिचे| दिल्ली तक फर्जी रिपोर्ट भेजने, बजट खर्च करने और उसका कमीशन कमाने के चक्कर में गरीब के घर के बाहर मीटर टांग दिए और पांच महीने बाद 2300 रुपये का बिल भी भेज दिया|
राजेपुर विकासखंड ग्राम गाजीपुर में बिजली कर्मचारियों और अधिकारियो की की बड़ी लापरवाही या कहें घोटाला सामने निकल कर आया है|यहाँ न खम्भे लगे है और न ही तार खिचे है|घरो में मीटर टांग दिए गए है| लगभग एक दर्जनों ग्रामीणों को 2300 रुपये का बिल भेज दिया गया है| 5 माह पहले कनेक्शन ग्रामीणों ने कराए थे बिजली विभाग के कर्मचारी मीटर तो लगा गए और साथ में कुछ महीनों बाद बिल भी थमा गए| रामसहाय ग्रामीण ने बताया कि हमारे यहां मीटर लगा है पर बिजली नहीं आई ना तो खंभे लगाए गए| मर्रो देवी ने बताया कि हमारे यहां 2300 ₹ का बिल बिजली वाले दे गए बिजली का बल्ब तक नहीं जला ना ही तार खंबे गांव में लगाए गए|
तो अब ट्रोल करो इस खबर को भक्तो और प्रधानमंत्री तक पहुचाओ कि आप जो मंचो पर कह रहे थे वो अफसरों की रिपोर्ट भर थी, असल में तस्वीर कुछ दूसरी ही है| और करवाइए उनके खिलाफ कार्यवाही जिनकी वजह से गरीब 42 डिग्री तापमान ने न तो पंखा चला सकते है और न ही रात को अँधेरा दूर कर सकते है| इनके नाम पर जेबे किस किस की गरम हुई जरा उनकी भी तलाश करिए| मीडिया को ट्रोल करने से तस्वीर नहीं बदलेगी, तस्वीर मंच से बोली गयी बात को धरातल पर यतार्थ करने से बदलेगी|