फर्रुखाबाद: डेंगू दिवस 16 मई को मनाया जाएगा। इसके लिए आज जनपद के सभी स्वास्थ्य इकाइयों जैसे- सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर लोगों को जागरूक किया जाएगा। वही ग्रामीण क्षेत्रों में समूह चर्चा के साथ-साथ पम्पलेट्स के द्वारा डेंगू के लक्षण, कारण, बचाव एवं इलाज संबंधी जानकारी दी जायेगी। इसके साथ डेंगू दिवस पर हर रविवार मच्छर पर वार संदेश भी दिया जाएगा तथा घर के आस-पास इकठ्ठा पानी को साफ करने की सलाह दी जायेगी| जिससे इस बीमारी से होने वाले खतरा के प्रति लोग सतर्क हो सकें।
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट 2015 के अनुसार भारत में लगभग 99 हजार से अधिक लोग डेंगू से ग्रसित थे| वही लगभग 220 लोगों की मृत्यु डेंगू से हुई थी। जबकि थोड़ी सी सावधानी वर्ती जाए तो इस बीमारी से बचा जा सकता है। जिला मलेरिया अधिकारी सुजाता ठाकुर ने बताया कि जब मौसम गर्मी का हो तो ऐसे में संक्रामक बीमारियाँ जैसे मलेरिया, चिकनगुनिया, डेंगू, फाइलेरिया, जापानी इनसेफ़लाइटिस इत्यादि बीमारियाँ फैलने की संभावना बढ़ जाती है और इन बीमारियों के फैलाने का कारण मच्छर ही होते है। जो मच्छर के काटने के द्वारा फैलते है। इसलिए जरूरी है कि मच्छरों के काटने से बचाव करे। साफ-सफाई का ध्यान रखे जिससे मच्छरों को पनपने से रोका जा सकें।
उन्होने बताया कि डेंगू एक तरह का वायरल संक्रमण है। जो एडीज़ मच्छर के काटने से फैलता है। डेंगू का मच्छर अधिकतर सुबह के समय काटता है। यह मच्छर साफ रुके हुये पानी जैसे कूलर व पानी की टंकी आदि में पनपता है।
साथ ही यह भी बताया कि डेंगू की रोकथाम एवं प्रचार-प्रसार हेतु संगोष्ठी, कार्यशाला, समूह चर्चा जायेगी । शाम के समय लार्वीसाइड स्प्रे का छिड़काव किया जाएगा। साथ ही लोगों को इन मच्छरों से छुटकारा पाने के लिए घर में कूलर, गमले एवं गमले के नीचे रखी प्लेट, पशु पक्षियों के पीने के पात्र, छत पर कबाड़, पुराने टायर आदि चीजों के ठहरे पानी में जन्म लेता है। इसलिए इन सभी पत्रों का पानी प्रत्येक सप्ताह निकालकर अच्छे से साफ करने की सलाह दी जायेगी।
हाई रिस्क क्षेत्रे के साथ-साथ समस्त जिले में एंटामोलोजिकल सर्वे किया जाएगा। जिसमें आशा व एएनएम अपने -अपने क्षेत्रों में एंटीलार्वा गतिविधियों के साथ-साथ आमजन को डेंगू, मलेरिया एवं चिकनगुनिया की रोकथाम और नियंत्रण के लिए जागरूक करेंगी तथा आमजन को कार्याशाला, प्रश्नोत्तरी व पम्पलेट, पोस्टर, माईकिंग, फलेक्स, बैनर व अन्य माध्यम द्वारा जागरूक किया जाएगा।
क्या है डेंगू के लक्षण-
डेंगू के मरीज को सर्दी लगकर तेज बुखार आना, घबराहट होना, आँखों के पीछे दर्द होना, सांस लेने में तकलीफ होना, उल्टी होना, शरीर, जोड़ो व पेट में दर्द होना शुरू हो जाता है। इसके बाद धीरे-धीरे मरीज की प्लेटलेट्स कम होने लगती है जिससे उसके नाक व मुंह से खून आना चालू हो जाता है और साथ ही पीठ व भुजाओं पर लाल दाने निकलने लगते है। इसके बाद की स्थिति में पल्सरेट बढ़ने लगती है, शरीर में कमजोरी आने लगती है तथा अचानक से बेहोशी आने लगती है।