फर्रुखाबाद: छोटी काशी की सडकों -गलियों पर मतदान के दौरान से ही घंटे दर घंटे फैसले सामने आने लगे| जबकि ईबीएम अभी 23 मई को खुलेगीं| लेकिन प्रत्याशियों के समर्थक अपने नेता को जीत का मुकुट पहले ही पहना रहे है| सभी अपने विरोधी की जमानत जप्त होनें की घोषणा कर रहे है| अपनी-अपनी ढफली अपना-अपना राग।
बीते 29 अप्रैल को जिलें में 40 लोकसभा के लिए मतदान पांच विधानसभाओं में हुआ| भाजपा प्रत्याशी मुकेश राजपूत,कांग्रेस प्रत्याशी सलमान खुर्शीद,गठबंधन प्रत्याशी मनोज अग्रवाल के बीच त्रिकोणीय मुकाबला है| लेकिन मतदान के दौरान से ही चारों तरफ ऐसा माहौल जैसे ईवीएम खुलने का किसी को इंतजार ही नहीं। उन्होंने तो बस मतदान के दौरान दिखे माहौल से अपने प्रत्याशी की हार-जीत का आकलन कर लिया। अपने-अपने इलाके को ही लेकर बहस शुरू हुई, तो वो रुकने का नाम ही नहीं ले रही है|सियासी बहस में घंटे ऐसे बीते कि सुबह से शाम हो रही है|
हद तो यह भी है कि परिणम से पहले दिल्ली में कौन से मकान में सांसद बनने के बाद रहना है इसका चयन भी चल रहा है| जीत के बाद दरवार कहा चलेगा इसके लिए जगह भी देखी जा रही है| लेकिन मतदाता चालू है वह कहता कुछ और करता कुछ है| ईबीएम जब खुलेगी तो कितनो के उम्मीद के दरवाजे बंद करेगी| यह अभी देखने वाली बात है|