फर्रुखाबाद: वोट पड़ने में अब 3 दिन शेष है और मतदाता खूब मस्त है इस चुनाव में| अपने काम से मतलब| नेताजी को चुनाव लड़ने के लिए कार्यकर्ताओ का अभाव है और मतदाता लिफ्ट मार नहीं रहा है| तेरे मुह पर तेरे जैसी और मेरे मुह पर मेरे जैसी कर रहा है| वोट देगा मगर गारंटी नहीं दे रहा है|
जनता कहिन के 19 एपिसोड में फर्रुखाबाद नगर में अम्बेडकर नगर, नरकसा, गंगानगर और कादरीगेट चौराहे के आसपास का माहौल मिलता है| अंग्रेजी और देशी दोनों प्रकार के शराब के ठेके और उन पर जाम लड़ाकर बाहर निकले अलग अलग दलों को पसंद करने वाले मतदाताओ का अपना अलग ही अंदाज होता है| नेता, पूजा स्थल, जात ये सब आपसी भेदभाव बढाते है मगर मधुशाला…… मेल कराने और गिले शिकवे मिटाने का स्थान| पब्लिक ने बताया कि एक दिन पहले ही एक नेताजी ने यहाँ मीटिंग कराई थी, मीटिंग के लिए खर्चा भी आया था| कुछ शुरुर आज भी बोल रहा था मगर गारंटी नहीं दे रहा था| आजादी के बाद देश की तरक्की में सबसे बड़ा विकास| बिजली और सड़क भले ही पहुचने में 70-75 साल लग गए हो मगर दोनों प्रकार की शराब गाँव गाँव खोखे में कबसे बिक रही है वो भी केवल सरकारी….| भाजपा और मोदी को शायद ये विकास दिखाई नहीं पड़ा, ख़ामो-खा पानी पी पी कर कांग्रेस को कोसते रहते है|
खैर नेताजी आप भी सुनिए कि आपकी जनता आपके बारे में क्या सोचती और कहती है| इन्हें शायद कभी आप नहीं मिलेंगे| मगर दोनों के मिलन में जेएनआई अपनी भूमिका निभाती रहेगी| क्योंकि ये पब्लिक है भाई…..