फर्रुखाबाद:हिन्दू महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा को लेकर नया बखेड़ा खड़ा हो गया है| जिसके चलते उनके इस पद पर होने ना होने के मामले में रार फ़ैल गयी है|
बीते दिन अखिल भारत हिन्दू महासभा के प्रदेश अध्यक्ष योगेन्द्र वर्मा ने प्रेस नोट जारी किया था| जिसमे उन्होंने प्रदेश उपाध्यक्ष राजेश मिश्रा पर तीखे आरोप लगाये थे| उन्होंने कहा था कि राजेश मिश्रा खुद को हिन्दू महासभा का प्रदेश उपाध्यक्ष बताकर प्रशासन व जनता को गुमराह कर रहे है| उन्होंने कहा की यदि राजेश मिश्रा संगठन का कार्य करके कोई भी गलत कार्य करते है तो उनकी जिम्मेदारी नही होगी|
वही शनिवार को हिन्दू महासभा के दूसरे प्रदेश अध्यक्ष पियूष कान्त वर्मा ने प्रेस नोट जारी कर बताया की संगठन के प्रदेश अध्यक्ष बताने वाले योगेन्द्र वर्मा को कोर्ट ने वर्ष 2015 में ही अमान्य कर दिया था|इसके साथ ही उनके द्वारा चलाये जा रहे संगठन को चुनाव आयोग ने भी नही माना| उन्होंने कहा कि योगेन्द्र वर्मा के खिलाफ फर्जीबाडा करने के चलते संगठन के लोगों को गुमराह करने में एफआईआर दर्ज करायी जायेगी| इसके लिए जिलाधिकारी को पत्र भेजा गया है|