Monday, December 23, 2024
spot_img
HomeFARRUKHABAD NEWSजेएनआई विशेष: कुम्भ में बढ़ी फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल के "भगवा झोलों" की...

जेएनआई विशेष: कुम्भ में बढ़ी फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल के “भगवा झोलों” की डिमांड

फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला)सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ में बनने वाले झोले आदि सामान तो वैसे भी मजबूती के मामले में बेजोड़ माना जाता है| लेकिन आम जनमानस में इसकी खरीददारी को लेकर साधन उपलब्ध नही है| लेकिन इसके बाद भी उसको खरीदने की चाहत लोगों के जगन में रहती है| अब कारोबार कम है लेकिन गुणवत्ता पहले वाली ही है| कुम्भ मेले में इन दिनों फ़तेहगढ़ के कैदियों द्वारा निर्मित झोलों की डिमांड खूब आ रही है|मेले में आने वाले विदेशी सैलानी भी इसे खूब पसंद कर रहे है| लगातार आ रही डिमांड से जेल के टेंट व सिलाई विभाग से जुड़े कर्मीयों के चेहरे पर ख़ुशी साफ़ देखी जा सकती है|
वैसे तो फर्रुखाबाद कृषि के क्षेत्र में आलू,नाश्ते के मामले में दालमोट और आस्था के क्षेत्र में गंगा और छोटी काशी के नाम से जगजाहिर है| कढाई के मामले में भी जनपद का कोई जोड़ नही| यंहा की जरदोजी की कढाई की गुणवत्ता इतनी है की एक फिल्म में अभिनेत्री ने फर्रुखाबाद का बना लंहगा पहना था| वही एक और चीज है जो जानकारों के लिए गुणवत्ता का प्रतीक है| सेन्ट्रल जेल में बने सिलाई के सामान|
इन दिनों प्रयागराज में कुम्भ लगा है| जिसे देखने के लिए देश व विदेश ने लाखों पर्यटक आ रहे है| उन्ही पर्यटकों के लिए इस बार सेन्ट्रल जेल फतेहगढ़ से निर्मित सिलाई व बुनाई का सामान बिक्री के लिए लगाया गया है| जिसमे इस बार सेन्ट्रल जेल में निर्मित टीसीसी झोला खास पसंद किया जा रहा है| सेन्ट्रल जेल से कई खेप झोला कुम्भ में बिक्री किया जा चुका है| विदेशी पर्यटक इसे खास पसंद कर रहे है| जिसकी कीमत लगभग 30 रूपये रखी गयी है|
कुम्भ के लिए तैयार हुए भगवा रंग के नान ओवेन क्लाथ झोले
सेन्ट्रल जेल में जब से सिलाई का काम शुरू हुआ तब से लेकर आज तक टीसीसी झोले पीले,गहरे नीले और सफेद रंग के बनते थे| लेकिन इस बार कुम्भ मेले को देखते हुए नान ओवेन क्लाथ झोले भगवा रंग के बनाये गये है| उनके ऊपर स्वच्छ भारत का चश्मा भी चस्पा किया गया है| झोले एक कदम स्वच्छता का संदेश भी दे रहे है| इनकी कीमत भी लगभग 25 रूपये प्रति नंग रखी गयी|

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular

Recent Comments