फर्रुखाबाद:(दीपक-शुक्ला)आज पूरा देश पूर्व उपप्रधानमंत्री सरदार बल्लभ भाई पटेल की जयंती मना रहा है| जिले में भी जगह-जगह कार्यक्रम आयोजन की तैयारी है| सत्ताधारी बीजेपी लौहपुरुष के नाम पर अपनी राजनैतिक रोटियाँ पकाने के लिये रन फॉर यूनिट दौड़ का आयोजन कर रही है| कई सामाजिक संगठन भी अपनी-अपनी तरह से जयंती मनाने के लिये तैयार है| लेकिन क्या आपको पता है की नगर का एक मात्र पटेल पार्क भी सरदार बल्लभ भाई पटेल के नाम पर है| इसमे जो लौह पुरुष की प्रतिमा लगायी गयी है उसे तो देखें वाला ही कोई नही है| प्रतिमा के आस-पास गंदगी का अंबार है| पटेल पार्क में सफाई की क्या व्यवस्था है यह तो नगर का हर व्यक्ति जानता है| जयंती आते की पालिका को पार्क की सुध आयी और कुछ साफ़-सफाई कराई गयी|
बताते चले की बीते 31 अक्टूबर 2004 को तत्कालीन न्याय मूर्ति रामसूरत सिंह अध्यक्ष राष्ट्रिय पिछड़ा वर्ग आयोग (कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त) भारत सरकार के द्वारा सरदार बल्लभ भाई पटेल की प्रतिमा का अनावरण तत्कालीन पल्ला पार्क में किया गया था| प्रतिमा पैक्स फेड संस्था द्वारा लगायी गयी थी| जिसके बाद पार्क का नाम सरदार पटेल के नाम पर पटेल पार्क रखा गया| पटेल पार्क पूर्व में पल्ला पार्क के नाम से विख्यात रहा है| यंहा आजादी के मतवालों की चहल कदमी भी खूब रही| 25 फरवरी 1940 को आजादी के सिपाही नेता जी सुभाष चन्द्र बोस ने एक जनसभा को सम्बोधित भी किया था| इसके साथ ही अन्य कई महत्वपूर्ण क्रांति आंदोलनों से जुड़ा रहा पटेल पार्क आज बदहाली के आंसू बहा रहा है| पटेल का बनाया गया सफेद पत्थर का चबूतरा जगह-जगह से खस्ताहाल है| लाखों की लागत से पटेल प्रतिमा के निकट लगाया गया इलेक्ट्रानिक पेड़ दो दिन नही चला और खराब हो गया|
पार्क आवारा जानवरों का तबेला बना है| जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे है| लोगों के लिये सुबह शाम टहलने की सुबिधा देने वाला पटेल पार्क आवारा जानवरों का आराम घर बन गया है| स्वच्छ भारत अभियान को भी पार्क में दम तोड़ने देखा जा सकता है| पार्क में एक भी शौचालय या मूत्रालय नही बना है| पल्ला पुलिस चौकी भी इसी पार्क के एक खस्ता हाल कमरें में संचालित है| उसके ठीक सामने क्षतिग्रस्त हालत में शौचालय बना है जिसमे दरवाजा तक नही है| यह सबाल इस लिये खड़ा हुआ की 31 अक्टूबर को केंद्र सरकार व राज्य सरकार धूमधाम से सरदार पटेल की जयंती बनाने जा रही है और करोड़ो रूपये इस पर खर्च भी होगा| लेकिन सरकार या पालिका के पास नगर में स्थापित पटेल प्रतिमा व पटेल पार्क के लिए फूटी कौड़ी नही है| पालिका केबल भरोसे की घुट्टी वर्षों से पिला रही है| जनप्रतिनिधि भी राज्य व केंद्र में बैठने वाले एक तरफ से सभी बीजेपी सरकार के ही अंग है| इसके बाद भी केबल वोट बैक की राजनीती की तैयारी चल रही| पार्क में लगा एक मात्र नल भी खराब है|
वर्ष 2014 में नगर पालिका के द्वारा करोड़ों रूपये का पटेल पार्क सुंदरीकरण करण कराने का प्रस्ताव तैयार किया था| इसका मॉडल भी तैयार कराया था। योजना के तहत पार्क में फब्बारे के अलावा झूले लगवाने और आकर्षक पक्षियों को भी रखे जाने का प्रस्ताव था। इसका एक विज्ञापन भी लाखों खर्च कर पालिका के द्वारा जारी कर जनता की सहानभूति लूटने का पूरा प्रयास किया गया था| लेकिन उसके बाद कार्ययोजना ठंडे वस्ते में चली गयी|
पालिका अध्यक्ष वत्सला अग्रवाल का इस सम्बन्ध में कहना है की योजना पर काम चल रहा है जल्द योजना का कार्य शुरू कराने का प्रयास किया जायेगा|