लखनऊ:सूबे की राजधानी में कल देर रात प्राइवेट कंपनी के एरिया मैनेजर विवेक तिवारी की हत्या के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बेहद नाराज हैं। उन्होंने इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई का निर्देश दिया है। लखनऊ में विवेक तिवारी की हत्या की घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यह एनकाउंटर नहीं है। जरुरी हुई तो सीबीआई जांच भी कराएंगे। प्रथमदृष्टया जो दोषी पाए गए थे, उनमें से दो गिरफ्तार किये जा चुके हैं।
गोमतीनगर विस्तार के मकदूमपुर पुलिस चौकी के पास कार सवार युवक विवेक तिवारी को मार दी गयी। गोली मारने के आरोपित दोनों सिपाहियों को गिरफ्तार करने के साथ बर्खास्त कर दिया गया है। सिपाही गोमतीनगर थाने में थे। मृतक विवेक तिवारी एपल कम्पनी में सेल्स मैनेजर के पद पर कार्यरत थे। घायल विवेक को लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। विवेक तिवारी हत्याकांड मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। गोरखपुर से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीजीपी ओपी सिंह से बात कर पूरे मामले की जांच करने और कार्रवाई करने के लिए कहा है। इस संबंध में दो सिपाहियों को गिरफ्तार किया गया है और पूछताछ की जा रही है।
इस मामले में आरोपी सिपाही प्रशांत चौधरी ने बताया कि उन्होंने कार को रोकने का प्रयास किया, लेकिन कार रुकने की बजाय पुलिसवालों की बाइक पर चढ़ा दी। जिसके बाद में हमने गोली चलाई। इस बारे में कहा जा रहा है कि आरोपी सिपाही अपने को बचाने के लिए झूठी कहानी तैयार करके बयान दे रहा है। दोनों सिपाहियों को न को खरोंच आई और न ही उनकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हुई है। इस मामले में आरोपी पुलिसकर्मी प्रशांत चौधरी के खिलाफ गोमती नगर थाने में हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है।
सुल्तानपुर के रहने वाले विवेक तिवारी एपल कंपनी में एरिया मैनेजर के पद कार्यरत थे। घर में उनकी पत्नी और दो बेटियां हैं। विवेक तिवारी की सहयोगी साना को पुलिस ने मीडिया से दूरी बनाए रखने के लिए नजरबंद कर दिया है। इससे पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं।
सिपाहियों के खिलाफ मामला दर्ज
प्रदेश के अपर पुलिस महानिदेशक कानून-व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि लखनऊ में कल देर रात अमित तिवारी की हत्या के मामले में दो सिपाहियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है। इन दोनों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस की फायरिंग में विवेक तिवारी को काफी चोट आई थी। उन्होने अस्तपाल में दम तोड़ दिया। अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था आनंद कुमार ने बताया कि अब तक पुलिस की तहकीकात में जो सामने आया है। उसमें दोनों सिपाहियों की गलती पायी गई है। अगर विवेक गाड़ी नहीं रोक रहा था तो सिपाहियों को टायर में गोली चलानी चाहिये थी सिर पर गोली नहीं मारनी चाहिए थी।