राजगौरव हत्याकांड में इंस्पेक्टर ही संदेह के घेरे में!

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फर्रुखाबाद: प्रेम-प्रसंग में हुई राज गौरव की ह्त्या की जांच-पड़ताल में लापरवाही बरतने के कारण मुकद्दमे के विवेचक इंस्पेक्टर क्रष्ण कुमार संदेह के घेरे में आ गए हैं|

५ निर्दोष दोस्तों को जेल ?

मुकद्दमे के वादी एवं मृतक राज गौरव के पिता आनंद कुमार पाल ने इंस्पेक्टर पर गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होंने ही मनमाफिक तहरीर पर हस्ताक्षर कराकर रिपोर्ट दर्ज की और हत्याकांड का कोई खुलासा किये बिना ५ युवकों को जेल भिजवा दिया|

इंस्पेक्टर ने लिखाई मनमाफिक रिपोर्ट

नगर के मोहल्ला कछियाना निवासी आनंद कुमार व उनके वृद्ध पिता हरीराम पाल गौरव की ह्त्या का राज जानने के लिए अब दर-दर इधर-उधर भटक रहे हैं| पीड़ित बाप ने आरोप लगाया कि जब उन्होंने अज्ञात व्यक्तियों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए तहरीर दी तो पुलिस ने केस दर्ज नहीं किया| फिर इंस्पेक्टर ने बोलकर सभासद अशोक वर्मा से तहरीर लिखाई थी जिसपर मैंने हस्ताक्षर करने से मना कर दिया दूसरी बार इंस्पेक्टर ने मोहल्ले के जवाहर सक्सेना को बोलकर मनमाफिक तहरीर लिखवाकर हस्ताक्षर करवा लिए| रिपोर्ट की तहरीर से ही साफ़ जाहिर होता है कि वह काल्पनिक है|

काल्पनिक रिपोर्ट पर सवालिया निशान

रिपोर्ट के मुताबिक़ ” लालगेट निवासी संजीव बाथम, लाल दरबाजा निवासी संजीव जाटव, छोटे उर्फ़ छुतान्कू कुशवाह, तथा कछियाना का दिलीप कश्यप २६ दिसंबर को सायं ७:३० बजे राज गौरव के घर गए और उसे दावत के लिए बुला ले गए| दूसरे दिन राज गौरव का शव लकूला मार्ग पर सड़क के किनारे पड़ा मिला उसकी गला घोंटकर ह्त्या की गयी थी| गर्दन पर रस्सी का निशान देखा गया था|” जांच के नाम पर पुलिस ने नामजद चारों आरोपियों के अलावा लाल दरबाजा निवासी संतोष जाटव को भी जेल भेज दिया|

कहाँ है राज का मोबाइल ?

पीड़ित बाप का मानना है कि राज की ह्त्या के मामले में उसकी प्रेमिका सीमा को पूरी जानकारी है| पुलिस ने उससे सख्ती से पूंछ-तांछ नहीं की| सीमा पड़ोस में ही रहने वाले इच्छाराम भुज्जी की पुत्री है वह बीए में पढ़ती है| उसका काफी दिनों से प्रेम-प्रसंग चल रहा था मोबाइल पर मैसेज भी भेजे जाते थे| राज गौरव के पास 8574810891 नंबर का मोबाइल था| जिसपर मोबाइल नंबर 8874043374 पर फोन भी किये गए| पुलिस ने न तो मोबाइल फोन बरामद किया और न ही काल डिटेल खंगालकर गहराई से जांच-पड़ताल की| दो बार पुलिस ने घर जाकर सीमा से पूंछ-तांछ की रस्म अदा की तो वह दांत बंद कर दौरा पड़ने का ड्रामा करती रही और उसकी माँ उसके मुंह में पानी डालने लगती|

प्रेमी को दगा दे गई प्रेमिका

इच्छाराम थाना शमसाबाद के ग्राम भुल्बुलापुर के मूल निवासी हैं इनके पास करीब ३०० बीघा जमीन, कोल्हू आदि के मालिक बताये गए हैं| गौरव की ह्त्या के दो दिन बाद ही सीमा गाँव चली गई| आरोपी दिलीप की बहन निशी सीमा की ख़ास सहेली है जिससे भी पुलिस ने पूंछ-तांछ नहीं की| बाप-बेटों को इस बात का काफी मलाल है कि इंस्पेक्टर ने उन्हें आज तक यह नहीं बताया कि राज की ह्त्या कहा, कैसे की गयी थी| आरोपियों से भी कोई बात नहीं उगलवाई जिससे ह्त्या का रहस्य अभी भी रहस्य बना है|

अब बाप व बाबा को भी जान का ख़तरा

राज गौरव हत्याकांड का खुलासा न होने से उसके पिता व बाबा को भी जान का ख़तरा बना है| वह अब न्याय पाने के लिए पुलिस अधीक्षक आदि आला अधिकारियों से मिलेंगें| उन्होंने जब कोतवाली में आये पुलिस अधीक्षक से मिलने का प्रयास किया था तो पुलिस ने एसपी से न मिलवाकर एएसपी से मुलाक़ात करा दी थी| एक पत्रकार ने एसपी से मिलवाने के लिए पीड़ित बाप व बाबा को पुलिस मुख्यालय बुलाया था जब एसपी चले गए तो भीड़-भाड़ का बहाना बनाकर पीड़ितों को सीओ से मिलवाया गया| किसी भी अधिकारी ने कोई ख़ास मदद नहीं की|

एसपी ने भी किया था गिरफ्तारी पर संदेह

मालूम हो कि बीते माह पुलिस अधीक्षक ने थाना मऊदरवाजा में पकडे गए ईनामी वाहन लुटेरों के सम्वन्ध में प्रेस कांफ्रेंस की थी| तब इंस्पेक्टर क्रष्ण कुमार भी हत्याकांड के चारों आरोपियों के पकड़े जाने की घटना का खुलासा एसपी से कराये जाने के लिए पहुंचे लेकिन एसपी ने यह कहकर युवकों की गिरफ्तारी बताने से मना कर दिया था कि आरोपी हत्याकांड का इकबाल नहीं कर रहे हैं|

इंस्पेक्टर क्रष्ण कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किये गए आरोपियों ने ही राज गौरव की ह्त्या की थी विवेचना जारी है|

गुलाबी गैंग की जिला कमांडर अंजली यादव की टीम ने आज घर जाकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए ढाढस बंधाया| अंजली ने JNI को बताया कि वह शीघ्र ही पीड़ित परिवार को पुलिस अधीक्षक से मिलवाकर इंस्पेक्टर की लापरवाही से अवगत करायेंगीं|