नई दिल्ली:भारत में सबसे ज्यादा यात्रा लोग ट्रेन से करते हैं। आए दिन यात्रियों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि भारतीय रेलवे के लिए बड़ी चुनौती है। यात्रियों की बढ़ी वेटिंग लिस्ट और भारी भीड़ के मद्देनजर पूर्वोत्तर रेलवे कई ट्रेनों में अतिरिक्त कोच लगाने जा रहा है।
पूर्वोत्तर रेलवे के मुख्य जनसंर्पक अधिकारी संजय यादव ने बताया कि प्रतीक्षा सूची के यात्रियों की सुविधा के लिए रेल प्रशासन तीन जोड़ी एक्सप्रेस गाड़ियों में अतिरिक्त कोच लगाएगा। इन अतिरिक्त कोचों के सिस्टम पर आते ही गाड़ी के प्रस्थान समय से काफी पहले ही प्रतीक्षा सूची कम होगी या आरक्षण कन्फर्म हो जाएगा। इसका सीधा लाभ यूपी-बिहार जाने वाले यात्रियों को मिलेगा।
किन-किन ट्रेनों में लगेंगे अतिरिक्त कोच
15003 कानपुर अनवरगंज-गोरखपुर चौरी चौरा एक्सप्रेस में 23 एवं 25 जून को कानपुर अनवरगंज से शयनयान श्रेणी का एक कोच।
15004 गोरखपुर-कानपुर अनवरगंज चौरी चौरा एक्सप्रेस में 22 एवं 24 जून को गोरखपुर से शयनयान श्रेणी का एक कोच।
15119 रामेश्वरम-मंडुवाडीह एक्सप्रेस में 27 जून को रामेश्वरम से शयनयान श्रेणी का एक कोच।
15120 मंडुवाडीह-रामेश्वरम एक्सप्रेस में 24 जून को मंडुवाडीह से शयनयान श्रेणी का एक कोच।
15021 शालीमार-गोरखपुर एक्सप्रेस में 26 जून को शालीमार से शयनयान श्रेणी का एक कोच।
15022 गोरखपुर-शालीमार एक्सप्रेस में 25 जून को गोरखपुर से शयनयान श्रेणी का एक कोच।
ट्रेनों की लेटलतीफी होगी दूर
ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल के आदेश पर अमल शुरू हो गया है। रेलवे पुल, रेल ओवर ब्रिज (आरओबी), सब-वे का निर्माण, रेल पटरी बदलने व अन्य बड़े काम रविवार को किए जाएंगे। इसी तरह से छोटे काम के लिए सप्ताह में तीन दिन ट्रैफिक ब्लॉक लेने का प्रस्ताव है। रेलवे बोर्ड ने इसे लेकर सभी क्षेत्रीय रेलवे को कार्य योजना बनाकर देने को कहा है जिससे कि इस पर अमल हो सके।
यात्रियों को होगी सुविधा
ट्रेनों की लेटलतीफी दूर करना रेल प्रशासन के सामने बड़ी चुनौती है। लंबी दूरी की कई ट्रेनें घंटों देरी से चल रही हैं। अक्सर कई ट्रेनें रद करनी पड़ रही हैं जिससे यात्रियों में नाराजगी भी बढ़ रही है। वहीं, रेल प्रशासन का कहना है कि संरक्षा व विकास कार्यों की वजह से इस तरह की परेशानी हो रही है। अगले कुछ महीनों में काम पूरा होने के बाद यात्रियों को सुविधा होगी।
सभी विभागों के बीच होगा तालमेल
निर्माण कार्य व मरम्मत कार्य पूरा करने के लिए ट्रैफिक ब्लॉक लिए जाने से ट्रेनों की आवाजाही बाधित होती है। इस कारण रेल मंत्री ने रविवार के दिन मेगा ब्लॉक लेकर निर्माण कार्य करने को कहा है। रविवार को पांच घंटे का मेगा ब्लॉक और मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को दो-दो घंटे के छोटे ब्लॉक लिए जाएंगे। इसी दौरान सभी विभाग समन्वय बनाकर अपना काम करेंगे।
ट्रेनों को आधुनिक बनाने पर विचार
करीब सभी ट्रेनों के शौचालयों को बायो टॉयलेट में तब्दील करने के बाद रेलवे अब उन्नत किस्म के वैक्यूम बायो टॉयलेट के इस्तेमाल की योजना बना रहा है। यह जानकारी रेल मंत्री पीयूष गोयल ने दी है। वैक्यूम बायो टॉयलेट विमानों में इस्तेमाल होते हैं।
एक साक्षात्कार में गोयल ने कहा, विमानों में इन आधुनिक शौचालयों को लगाने के बाद ट्रेनों में उनका कार्य शुरू किया जाएगा। शुरुआत ट्रेनों में 500 वैक्यूम बायो टॉयलेट लगाने से होगी, प्रयोग सफल रहा तो उनकी संख्या बढ़ाई जाएगी। मंत्री ने ट्रेनों में ढाई लाख शौचालयों को वैक्यूम बायो टॉयलेट में तब्दील करने की इच्छा जताई। वैसे 31 मई तक रेलवे ट्रेनों के 37,411 कोचों में कुल 1,36,965 बायो टॉयलेट लगा चुकी है।
गांवों में ट्रेन का टिकट कराना हुआ आसान
ग्रामीण इलाकों में साझा सेवा केंद्र (सीएससी) बनाए गए हैं। ये ग्रामीणों को ऑनलाइन रेलवे टिकट कराने और अन्य सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराने का काम करेंगे। ग्रामीण इलाकों में इसी सुविधा को उपलब्ध कराने के लिए रेल मंत्रालय तथा आईटी मंत्रालय ने एक समझौते पर हस्ताक्षर किया है। जिसके तहत अगले कुछ महीनों में साझा सेवा केंद्रों (सीएससी) के जरिए रेल टिकट बुक की जा सकेगी। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस अवसर पर कहा कि देश के सभी 2.9 लाख सीएससी को तकनीक के जरिए जोड़ते हुए उन्हें रेल टिकट बुकिंग में सक्षम बनाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि इस समय लगभग 40,000 सीएससी कनेक्ट हैं और अगले 8-9 महीने में सभी सीएससी में टिकट बुकिंग की सुविधा मिल जाएगी। इस आशय का समझौता ‘आईआरसीटीसी’ व ‘सीएससी इंडिया’ के बीच किया गया है। आपको बता दें कि सीएससी इंडिया देश भर के ग्रामीण इलाकों में सरकारी सेवाओं के लिए साझा सेवा केंद्र (सीएससी) चलाती है। इस समझौते के तहत सीएससी आरक्षित व अनारक्षित दोनों तरह की टिकट बुकिंग कराने की सुविधा प्रदान करेगी।