फर्रुखाबाद: शहीद मणीन्द्र नाथ बनर्जी के 85 वीं पुण्य तिथि पर आयोजित कार्यक्रम ने शहीद मणीन्द्र नाथ के जीवन की वीर गाथा से सबक लेने की जरूरत पर प्रकाश डाला गया| वही क्रांतिकारियों व उनके वंशजों को सम्मानित भी किया गया|
फतेहगढ़ सेन्ट्रल जेल में बने मणीन्द्र नाथ बनर्जी के प्रतिमा स्थल पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया| जिसमे मुख्य अतिथि के रूप में जिलाधिकारी मोनिका रानी ने पंहुचकर उपमहानिरीक्षक कारागार वीपी त्रिपाठी के साथ उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया| उसके बाद शहीद उपवन में भी शहीद ज्योति पर पुष्पांजलि अर्पित की| शहीद उपवन में ही डीएम ने पौधारोपण भी किया|
इसके बाद जिलाधिकारी ने कहा कि आज के युवाओं को मणीन्द्र नाथ बनर्जी जैसे देश भक्त शहीद क्रांतिकारी से सबक ले| उन्होंने कहा कि मणीन्द्र नाथ की वीर गाथा को युवाओं को पढने की जरूरत है| डीआईजी जेल वीपी त्रिपाठी ने कहा की मणीन्द्र की शहादत को आने वाली पीढ़ी हमेशा याद रखेगी| जिले के एक मात्र जीवित स्वतंत्रता संग्राम सेनानी ठा० देव सिंह निवासी ईशेपुर मोहम्मदाबाद व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी वंशज बॉबी दुबे,रीतेश शुक्ला, अरविन्द शुक्ला, पंकज दुबे को शाल उठाकर सम्मानित किया गया| डीआईजी जेल ने बताया की मणीन्द्र नाथ बनर्जी से सम्बन्धित कुछ पुराने अभिलेख मिले है| जिन्हें संग्राहालय भेजने की तैयारी चल रही है| उन्होंने वह पत्र भी मीडिया को दिखाये|
इस दौरान जिला कारागार के अधीक्षक विजय विक्रम सिंह, जेलर सुनीत सिंह चौहान, प्रभारी जेलर केपी चंदीला,रविंद्र भदौरिया, दिलदार हुसैन, अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ आदि रहे| कार्यक्रम का संचालन डॉ० रामकृष्ण राजपूत ने किया|
पत्रिका का किया विमोचन
मणीन्द्र नाथ बनर्जी की शहादत पर वर्ष से निकाली जा रही पुस्तक कीर्तिगाथा :मुक्ति संग्राम की का विमोचन जिलाधिकारी के माध्यम से कराया गया| पत्रिका में मणीन्द्र नाथ बनर्जी के साथ ही बंदी रमेश चन्द्र गुप्ता के बारे में विस्तार से लेख छपे है|
कारागार में हुआ पुस्तकालय का लोकार्पण
जिलाधिकारी मोनिका रानी ने जेल के भीतर खोले गये पुस्तकालय का भी शुभारम्भ किया| उन्होंने बताया कि इस पुस्तकालय के माध्यम से बंदीयों को लाभ मिल सकेगा| जिससे बंदियों की विचारधारा में भी परिवर्तन आयेगा|