Friday, January 10, 2025
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कर्नाटक चुनावः मिले 10 हजार फर्जी मतदान पहचान पत्र

नई दिल्ली: कर्नाटक के राज राजेश्वरी विधानसभा क्षेत्र में एक फ्लैट से 10 हजार फर्जी मतदाता पहचान पत्र मिलने के बाद एक बड़ा विवाद उत्पन्न हो गया है। इसके चलते भाजपा ने चुनाव रद्द करने की मांग करते हुए दावा किया कि इस रैकेट के पीछे कांग्रेस है, जबकि राज्य की सत्तारूढ़ पार्टी ने इस आरोप को झूठ बताते हुए खारिज कर दिया।
कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के केवल तीन दिन बचे हैं। चुनाव में दो प्रमुख प्रतिद्वंद्वी दलों कांग्रेस और भाजपा ने एक-दूसरे पर वार करते हुए जिस महिला के फ्लैट से ये फर्जी मतदाता पहचान पत्र मिले हैं उसे अपने विरोधी दल का होने का दावा किया है। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि कांग्रेस उम्मीदवार और मौजूदा विधायक मुनिरत्न नायडू इस कथित रैकेट के पीछे हैं और इसका पर्दाफाश भाजपा कार्यकर्ता राकेश ने किया है।
उधर, कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि फ्लैट की मालिक मंजुला नन्जमारी और राकेश का संबंध भाजपा से है। दोनों ने भाजपा के टिकट पर बेंगलुरू नगर निकाय का चुनाव लड़ा था। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी संजीव कुमार ने कल मध्यरात्रि में संवाददाता सम्मेलन बुलाकर बताया कि कार्ड के अलावा, फार्म 6 ए (देशी मतदाता द्वारा मतदाता सूची में नाम शामिल करने के लिए आवेदन) तथा अन्य आवश्यक दस्तावेज मिले है। उन्होंने कहा कि काउंटर फाइल का रंग संदिग्ध है और मामले की जांच की जा रही है।
जावड़ेकर ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा रैकेट की जानकारी दिये जाने के बाद पुलिस ने कल होलोग्राम के साथ हजारों की संख्या में फर्जी मतदाता पहचान पत्र , लेमिनेशन मशीन और कंप्यूटर जब्त किये। उन्होंने पूरे मामले की व्यापक फोरेंसिक जांच की मांग की। उन्होंने कहा कि यह कांग्रेस की सोच है… अगर मतदाता आपके लिये वोट नहीं देते हैं तो फर्जी मतदाता बनाइए। उन्होंने दावा किया कि फर्जी मतदाता पहचान पत्र छापने की फैक्टरी मंजुला के फ्लैट में चलायी जा रही थी। उन्होंने कहा कि मंजुला एक समय भाजपा से जुड़ी थी किंतु अब वह कांग्रेस के साथ है। उन्होंने मंजुला को तत्काल गिरफ्तार किये जाने की मांग की।
सुरजेवाला ने कहा कि प्रकाश जावड़ेकर में झूठ बोलने तथा कर्नाटक के लोगों को यह कहकर गुमराह करने का दुस्साहस है कि मंजुला का संबंध भाजपा से नहीं है। वह पूर्व भाजपा पार्षद है तथ राकेश भी 2015 में भाजपा के टिकट पर निगम का चुनाव लड़ चुका है। कुछ समाचार चैनलों का दावा कि राकेश मंजुला का पुत्र है जबकि अन्य का कहना है कि महिला ने उसे गोद लिया था। विवादों के मध्य में आयी महिला ने इस बात का दावा कि वे संबंधी तो हैं किंतु उनका आपस में कोई सम्पर्क नहीं है। कर्नाटक के मुख्य निर्वाचन अधिकारी द्वारा जारी और कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित एक विज्ञप्ति में कहा गया कि इस फ्लैट का स्वामित्व मंजुला नन्जमारी नामक व्यक्ति के पास है और उसे राकेश नामक व्यक्ति को किराये पर दिया गया है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद शर्मा ने हालांकि इस पूरी घटना को सुनियोजित बताया। उन्होंने दावा किया कि मंजुला भाजपा के साथ जुड़ी हैं और उनके बेटे राकेश ने भाजपा के टिकट पर नगर निगम का चुनाव लड़ा था। शर्मा ने दिल्ली में संवाददातओं से कहा कि निर्वाचन आयोग को निश्चित रूप से कार्रवाई करनी चाहिए और पुलिस में मामला दर्ज होना चाहिए। भाजपा यह सब हथकंडे अपना रही है क्योंकि हार उसे सामने दिख रही है।

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