फर्रुखाबाद:प्रदेश सरकार के पूर्व मंत्री रहे स्वर्गीय ब्रह्मदत्त द्विवेदी की पुंयतिथि पर आयोजित संकल्प दिवस में पहुंचे महामंडलेश्वर यतीन्द्रा नंद गिरि महाराज ने कहा कि देश में लगातार राजनीतिक हत्याओं का दौर चलता रहा है| जिसके तहत ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या कराई गई| इसी योजना के तहत उनके पुत्र मेजर सुनील दत्त द्विवेदी की भी हत्या कराने की योजना थी| लेकिन वह किसी तरह बच गये| उन्होंने कहा कि देश में हो रही इन राजनीतिक हत्याओं पर विराम लगने की आवश्यकता है|
शहर के लोहाई रोड स्थित भारतीय पाठशाला इंटर कॉलेज में आयोजित संकल्प दिवस पर पहुंचे महामंडलेश्वर यतीन्द्रा नंद गिरि महाराज ने ब्रह्मदत्त द्विवेदी व प्रभाद्विवेदी के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी| इसके बाद अमृतपुर विधायक सुशील शाक्य सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी,पूर्व विधायक कुलदीप गंगवार आदि ने अपने विचार व्यक्त किये| मंच पर बैठे सभी विधायकों ने अपने को एकजुट बताते हुए जनपद के विकास में विकास की गंगा बहाई जाने की बात कही| विधायक सुशील शाक्य ने कहा कि वह उस जगह से विधायक है जो ब्रह्म दत्त द्विवेदी की भूमि है| मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने कहा कि अभी तक उन्होंने अपने राजनैतिक जीवन में कालिख नही लगने दी| सीतापुर के विधायक शशांक त्रिवेदी ने भी अपने विचार व्यक्त किये|
महामंडलेश्वर यतीन्द्रा नंद गिरि महाराज ने कहा कि देश में दशको से राजनैतिक हत्या होती चली आयी| राजेश पायलट,माधवराय सिंधिया, आदि इसका उदाहरण है| लेकिन असली कातिल पता नही चला| उसी राजनैतिक हत्या का शिकार पूर्व मंत्री ब्रह्म दत्त द्विवेदी को बनाया गया| हत्या क्यों और किस किस ने करायी यह सभी जानते थे| लेकिन व्यवस्था इस तरह की है| साथ ही साथ मेजर सुनील दत्त द्विवेदी की हत्या कराये जाने की भी योजना थी| उन्होंने मायावती के विषय में कहा कि यदि आज भी मायावती कोई डराबना सपना देखती होंगी और चीखकर उठती होंगी अगर आंख खुलती होगी तो सामने उन्हें ब्रहमदत्त द्विवेदी ही ही याद आती थी|
उन्होंने कहा कि ब्रह्मदत्त केबल ब्राह्मणों के नेता ही नही थे बल्कि जबकि ब्राह्मण उन्हें अपना नेता मानते थे| यूपी में ब्रह्मदत्त के बाद कोई ब्राह्मणों का नेतृत्व नही कर सका| उन्होंने मेजर को बाल ठाकरे की मिसाल दी| महामंडलेश्वर ने कहा कि बाल ठाकरे की अंतिम यात्रा में 30 लाख की भीड़ उमड़ी थी| इतनी बड़ी भीड़ आज तक किसी राजनेता के मरने पर भी नही उमड़ी| इस लिये समाज में अपनी पकड़ बनाये|
हत्यारों को हो फांसी की सजा
उन्होंने कहा कि पूर्व में ठीक से ब्रह्मदत्त द्विवेदी की हत्या की जाँच निष्पक्ष नही हो पायी| अब दोबारा जाँच निष्पक्ष हो और हत्यारों को फांसी की सजा दी जाये| अभी तक उन्हें फांसी क्यों नही दी गयी| जिलाध्यक्ष सत्यपाल सिंह, विधायक अमर सिंह खटिक, प्रदीप सक्सेना, विमल कटियार, शैलेन्द्र सिंह राठौर, हरिदत्त द्विवेदी, अरुण प्रकाश तिवारी ददुआ, विकास पाण्डेय, प्रभात मिश्रा, भूदेव राजपूत,रुपेश गुप्ता, भास्कर दत्त द्विवेदी,चेयरमैंन प्रीती गुप्ता आदि रहे|
मेजर की हत्या कराने की भी बनी थी योजना: यतीन्द्रानंद
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