एटा:कासगंज नगर कोतवाली क्षेत्र में गणतंत्र दिवस पर तिरंगा यात्रा के दौरान दो गुटों के बीच हुई हिंसा के बाद शहर में तीसरे दिन भी तनाव बरकरार है। रविवार सुबह उपद्रवियों ने तीन दुकानों, दो बस और एक कार में आग लगा दी। पुलिस ने इस मामले में एक युवक को पिस्टल के साथ दबोचा है। पुलिस ने कासगंज घटना में मृत चंदन के हत्यारोपियों के घर पर दबिश दी। एक पिस्टल और एक देसी बम बरामद किए। पुलिस ने आरोपियों के नाम नहीं खोले हैं।
इसके अलावा हिंसा पर कासगंज प्रशासन ने शहर में शांति व्यवस्था के लिए नगर पालिका हाल में सभी वर्गों के लोगों की बैठक बुलाई। उत्तर प्रदेश के डीजेपी ओपी सिंह ने कहा है कि कासगंज में स्थिति फिलहाल नियंत्रण में है और पिछले कुछ घंटों से हिंसा की कोई वारदात नहीं हुई है। डीजेपी ने कहा कि कासगंज हिंसा के पीछे की बड़ी वजह फैली अफवाह है। ओपी सिंह ने कहा कि कानून व्यवस्था बहाल करने के लिए पुलिस की गश्त बढ़ाई गई है साथ ही कई और कदम उठाए गए हैं। साथ ही कुछ लोगों की गिरफ्तारी हुई है। और हमारी प्राथमिकता कानून व्यवस्था को बनाए रखना है।
एटा के जिलाधिकारी आरपी सिंह ने बताया कि बाकरनेर इलाके में उपद्रवियों ने फूलसिंह की आटो की दुकान में आग लगा दी। सूचना के बाद आग को बुझा दिया गया है। उन्होंने बताया कि शहर में धारा 144 कड़ाई से लागू किया गया है। घटना के बाद से अब तक 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। लोगों से अफवाहों पर ध्यान नहीं देने और शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की है। अधिकारी स्थिति पर नजर रखे हुए हैं।कासगंज में अफवाहों को रोकने के लिए इंटरनेट सेवा को रविवार रात तक के लिए बंद कर रखा है। जिले की सीमा सील हैं और किसी बाहरी व्यक्ति को शहर में आने की इजाजत नहीं है। शहर में तनाव अभी भी बरकरार है।
बता दें कि गणतंत्र दिवस पर कोतवाली क्षेत्र में तिरंगा यात्रा के दौरान बिलराम गेट पर दो वर्गों के लोगों में पथराव और फायरिंग के दौरान गोली लगने से एक युवक की मौत हो गई थी तथा एक घायल हो गया था। घटना के बाद दोनों पक्षों के लोग आमने-सामने आ गये थे। इस दौरान कुछ अवांछनीय तत्वों ने आगजनी और तोड़फोड़ भी की थी। शनिवार को भी कई दुकानों और बसों को आग लगा दी गई थी।