फर्रूखाबाद: सरस्वती प्रतिमा अनावरण व शैक्षिक गोष्ठी के कार्यक्रम में आयी मंत्री अर्चना पाण्डेय ने छात्राओं और शिक्षक के बीच के रिश्ते के विषय में गम्भीर विचार रखे| उन्होंने कहा कि शिक्षक की गोद में ही छात्र-छात्राओं का भविष्य पलता है|
रस्तोगी इण्टर कालेज में कार्यक्रम का आयोजन किया गया था| जिसमे पंहुची भूतत्व एवं खनिज,आबकारी एवं मद्यनिषेद राज्यमंत्री अर्चना पाण्डेय ने सरस्वती की प्रतिमा का अनावरण माल्यार्पण एवं पूजन कर किया| राज्यमंत्री ने कहा कि फर्रूखाबाद का मैं पुराना हिस्स हूं। यहाॅ की बहन-बेटी पहले हूं। मंत्री बाद में उन्होने कहा कि शिक्षक की गोद में छात्र-छात्राओं का भविष्य पलता है। बच्चों को शिक्षा के सांचे में ढालने का काम केवल शिक्षक ही कर सकता है। देवालय व विद्यालय ही दो ऐसे संस्थान हैं। जो शिक्षा व धर्म का मार्ग दिखाते है। बिना शिक्षा के संस्कार नहीं आ सकता। उन्होने नन्हे-मुन्हे बच्चों की प्रस्तुति पर 5100 रूपये का पुरस्कार छात्र-छात्राओं को दिया। इससे पूर्व आये हुये अतिथियों का माल्यार्पण स्वागत किया गया। रंगारंग कार्यक्रम की प्रस्तुति में रामानन्द बालिका कालेज की छात्राओं ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई, एन.ए.के.पी. कालेज की छात्राओं ने राजस्थानी भाषा में नृत्य कर सुन्दर प्रस्तुति दी।
रस्तोगी कानवेंट स्कूल के बच्चों ने हिन्दू-मुस्लिम-सिख-इसाई की वेशभूषा में गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल पेश की। विशिष्ट अतिथि सदर विधायक मेजर सुनील दत्त द्विवेदी ने कहा कि रामशरण रस्तोगी ने सौ वर्ष पूर्व इस विद्यालय की नींव रखी थी। यह विद्यालय बटवृक्ष की तरह हमें छाया देता रहेगा। इस विद्यालय में कई प्रतिभाओं ने देश का नाम रोशन किया। कार्यक्रम को डी.आई.ओ.एस. कमलेश बाबू व सत्यपाल सिंह ने भी संबोधित किया। इस मौके पर प्रधानाचार्य संतोष कुमार त्रिपाठी, प्रबंधक रमेश चंद्र रस्तोगी, लालाराम दुबे, सुरेश रस्तोगी, जय किशन रस्तोगी, रमैश चंद्र त्रिपाठी, अरूण प्रकाश तिवारी ददुआ आदि लोग मौजूद रहे। प्रमोद रस्तोगी ने अध्यक्षता की|