फर्रुखाबाद:एक तरफ सरकार 31 दिसम्बर तक गंगा किनारे के सभी गाँवो को पूरी तरह ओडीएम करने का फरमान दे रही है| वही प्रशासन ने 7 इज्जत घरो को तोड़कर सरकार के फरमान को पलीता लगा दिया| जिलाधिकारी के आदेश पर अबैध निर्माण को तोड़ने गयी जेसीबी ने 7 इज्जत घर (शौचालयों) को तोड़ दिये| प्रशासन का कहना है कि शौचालय अतिक्रमण में बने थे| मजे की बात है कि जिस जनता के पैसे से सरकार ने शौचालय बनवाने की जिम्मेदारी प्रधान व सचिव को देती है तो फिर उन्होने सरकारी भूमि पर शौचालय का निर्माण कैसे करा दिया|
आगामी 1 जनवरी को शुरू हुये मेला रामनगरिया एवं विकास प्रदर्शनी के लिये प्रशासन पूरी तरह अपनी ताकत झोंक रहा है| जिलाधिकारी मोनिका रानी के आदेश के बाद मेला मार्ग में अबैध अतिक्रमण करने वाले 96 लोगो के खिलाफ एसडीएम ने नोटिस जारी किये थे| नोटिस के बाद भी जब अतिक्रमण नही हटा तो गुरुवार को एसडीएम सदर अजीत सिंह व तहसीलदार अशोक निमग, कोतवाल संजीब राठौर के साथ नगर पालिका कर्मियों को लेकर पांचाल घाट पंहुचे|
उन्होंने रामनगरिया क्षेत्र के निकट बने कमालुद्दीन, युनुस, नूर हसन, मुन्नी बेगम पत्नी हुसैन, सोनंतारा, भूरा व मुनीम के इज्जत घर व झोपड़ी तोड़ दी| झोपड़ी तो ठीक लेकिन सरकारी खजाने से बने 7 शौचालय तोड़ने का मामला गले नही उतरा| शौचालय बनबाने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधान व सचिव की होती है| जिस समय शौचालय निर्माण किये गये उस समय सचिव व प्रधान कहा थे|ग्रामीणों का कहना की ही 15 दिनों बाद रामनगरिया मेला शुरू हो रहा है| यह शौचाललय श्रधालुओं के काम आ सकते थे| तहसीलदार अशोक निगम ने बताया की यह जाँच का विषय है की सरकारी भूमि पर शौचालय कैसे बन गये| एसडीएम सदर अजीत सिंह ने बताया की इज्जत घर सरकारी भूमि पर बने थे| यह किसी आधार पर बनाये गये इसका नोटिस प्रधान को जारी किया जायेगा| डीपीआरओ को जाँच करने के निर्देश दिये गये है| वही तोड़े गये इज्जत घरों की वीडियो ग्राफी करायी गयी है|
सड़क से दो मीटर पीछे किया गया अतिक्रमण
रामनगरिया मेला मार्ग बंधा पर सड़क किनारे अबैध निर्माणों को तहसीलदार अशोक निगम की देखरेख में तोडा गया| सड़क ने दो मीटर तक बने अधिकतर अबैध निर्माण गिरा दिये गये| पुत्तुलाल, छोटे, अशोक दीक्षित, शिवराम, वीरेन्द्र व राजा गुप्ता सहित अन्य कई लोगो के अतिक्रमण गिराये गये|