फर्रुखाबाद: तत्कालीन सपा सरकार में विकास के लिये पिछड़े नवाबगंज को नगर पंचायत घोषित किया गया था|जिससे क्षेत्र के लोगो को विकास की उम्मीद जाग गयी थी| लेकिन विधान सभा चुनाव में आये नतीजो ने क्षेत्र के लोगो की उम्मीदों पर पानी फेर दिया| सरकार बीजेपी की सूबे में आ गयी| जिससे नगर पंचायत का दर्ज मिलने के बाद से अभी तक उस मसले पर कोई कार्यवाही नही हुई है|
सपा शासनकाल में पूर्व मंत्री रहे और अमृतपुर विधान से 6 बार विधायक रहे नरेन्द्र सिंह यादव की पहल पर नवाबगंज को नगर पंचायत का दर्जा|नरेन्द्र सिंह के अनुसार विगत वर्ष 2012 में विधान सभा चुनाव के दौरान उन्होंने क्षेत्र के लोगो को यह भरोसा दिया था की सरकार बनने के बाद वह नवाबगंज को नगर पंचायत का दर्जा दिला देंगे| सरकार बनने के बाद आखिर 14 दिसम्बर 2016 को नवाबगंज को नगर पंचायत का दर्जा मिल गया| जिससे क्षेत्र के लोगो को विकास का पहिया तेजी से चलने की उम्मीद थी|
नगर पंचायत का दर्जा मिलने के बाद वार्डो का गठन होना वांकी रह गया था|राजनीति में सक्रिय नौजवानों को अपना भविष्य नजर आने लगा था| चेयरमैन पद के लिये दावेदार तैयार होने लगे थे|वार्डो के गठन के लिये गनीपुर जोगपुर, कस्बा, बरतल, शिरमौराबांगर, रायपुर, चंदनी, सिकन्दरपुर आदि ग्राम पंचायतो के लगभग दो दर्जन गाँव को वार्डो का रूप देंने की तैयारी थी| लेकिन सूबे की सरकार बदल गयी| बीजेपी सरकार आने के बाद अब फ़िलहाल इस चुनाव में तो नवाबगंज में पालिका चुनाव होने असम्भव है|हालत देखते हुये लगता है कि अभी अलगे कई वर्षो तक नगर पंचायत को सुचारू करने में लगेगा|