फर्रुखाबाद: बीती दिन 37 वर्षीय गौरव कुमार पुत्र गिरीशचन्द्र की करंट लगने से मौत हो गयी थी| परिजनों ने बीती रात में ही हत्या का आरोप लगा थाने में तहरीर दे दी थी| लेकिन पुलिस के द्वारा मुकदमा दर्ज ना करने से आक्रोशित परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद पांचाल घाट पर हाई-वे जाम कर दिया| अधिकारियो के काफी प्रयास के बाद जाम खुल सका|
जनपद हरदोई हरपालपुर कनंथूखेड़ा निवासी गौरव बीते कई वर्षो से पांचाल घाट पर मोबाइल टावर में गार्ड की नौकरी करता था| बीते दिन उसे सोताबहादुरपुर के कुछ लोग बिजली सही कराने को ले गये| जंहा पोल पर बिजली का करंट लगने से वह गम्भीर हो गया| उसे लोहिया अस्पताल लाया गया| जंहा डॉ० मनोज रतमेले ने उसे मृत घोषित कर दिया था| जिसके बाद पिता ने सोताबहादुरपुर के बिजली कर्मी लल्ला सिंह, अन्नू सिंह व राघव राय पाण्डेय पर लेंन-देन के चलते हत्या का आरोप लगाया| उन्होंने घटना के सम्बन्ध में हत्या की तहरीर दी| लेकिन पुलिस ने शनिवार को शाम तक मुकदमा दर्ज नही किया|
पोस्टमार्टम होने के बाद उसकी पत्नी रीता देवी, पिता गिरीश चन्द्र व अन्य परिजन शव लेकर पांचाल घाट चौकी के सामने पंहुचे और इटावा-बरेली हाई-वे पर शव रखकर जाम लगा दिया|
सूचना मिलने पर सीओ शरद चन्द्र शर्मा, एसडीएम सदर अजीत सिंह, कोतवाल अनूप निगम फ़ोर्स के साथ मौके पर आ गये| लेल्किन परिजन किसी भी कीमत पर शव बिना मुकदमा दर्ज किये हटाने को तैयार नही हुये| इस बात को लेकर परिजनों की एसडीएम व पुलिस से नोकझोंक हुई| उसी दौरान दो एम्बुलेस जाम से गुजरी तो आक्रोशित भीड़ ने उन्हें भी रोंक लिया| लेकिन बाद में पुलिस ने दबाब बनाकर उन्हें निकाला| बाद में परिजनों को एसडीएम ने मुकदमा दर्ज करने का भरोसा दिया तब जाकर परिजन जाम खोलने को तैयार हुये| पुलिस ने आरोपियों लल्ला सिंह, अन्नू सिंह, राघवराम पांडेय के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज कर लिया| एसडीएम सदर अजीत सिंह ने बताया कि परिजनों को मुआवजा दिलाने का भरोसा दिया गया है|