फर्रुखाबाद: ब्लाक प्रमुखी में अविश्वास प्रस्ताव लाने के प्रयास में लगे बीजेपी नेता को धमकाने के मामले में पुलिस ने राजेपुर ब्लाक प्रमुख सुबोध यादव व उनके 26 साथियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं बीजेपी नेता को पुलिस सुरक्षा दी गयी है।
थाना क्षेत्र के ग्राम चाचूपुर निवासी रमेश राजपूत ने पुलिस अधीक्षक को तहरीर दी। तहरीर में कहा गया कि उनकी पत्नी अंजू बीडीसी सदस्य है। वह अपने क्षेत्र से ब्लाक प्रमुख सुबोध यादव के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने की तैयारी कर रहा था। ब्लाक प्रमुख को इस बात की जानकारी हुई तो ब्लाक प्रमुख द्वारा 15 अप्रैल को बिना सदस्यों को एजेंडा व सूचना भेजे, असंवैधानिक रूप से क्षेत्र पंचायत राजेपुर में बैठक बुलायी। मेरे सदस्यों ने मिलकर इस बात का विरोध किया कि बिना ऐजेंडा बैठक कैसे होगी। जिसमें रमेश राजपूत के सदस्य बैठक में शामिल नहीं हुए। जब ब्लाक प्रमुख सुबोध को इस बात का पता चला तो वह अपने साथी देवेन्द्र उर्फ जग्गू व 20-25 अज्ञात साथियों के साथ मेरे घर गये और मेरी पत्नी अंजू से पूछा कि रमेश कहां हैं। मेरे खिलाफ वह अविश्वास प्रस्ताव ला रहा है। उसे समझा देना वर्ना उसे व तुम्हारे परिवार को जान से खत्म कर दूंगा। उस दौरान रमेश दहेलिया में बीडीसी सदस्य के घर पर था। कुछ देर बाद रमेश वहां से चले गये। पीछे से ब्लाक प्रमुख भी दहेलिया आ धमके और बीडीसी सदस्य से पूछा कि रमेश हस्ताक्षर कराने आया था। जब सदस्य ने हामी भर दी तो वह लोग रमेश के पीछे लग गये और सदस्यों को धमकाना शुरू कर दिया।
तहरीर पुलिस अधीक्षक को मिलने के बाद भी पुलिस हरकत में नहीं दिखी। बीजेपी नेताओं ने काफी प्रयास किया लेकिन पुलिस जांच कर कार्यवाही करने की बात समझाती रही। जिसके बाद खनन, आवकारी, मद्य निषेध मंत्री अर्चना पाण्डेय ने एसपी पर फोन से शिकंजा कसा और तत्काल कार्यवाही के निर्देश दिये। जिसके बाद पुलिस हरकत में आयी। सोमवार सुबह ब्लाक प्रमुख के खिलाफ राजेपुर में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। जांच दरोगा सीएल दिवाकर को दी गयी है। थानाध्यक्ष महेन्द्र त्रिपाठी ने बताया कि ब्लाक प्रमुख के खिलाफ धारा 147 और 506 में मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस जांच कर रही है।