फर्रुखाबाद: जनपद में गंभीर मरीज को इमरजेंसी बार्ड मे भर्ती करने और मनमानी फीस वसूलने का धन्धा कोई नया नहीं है। इस तरह की घटनायें अक्सर सुर्खियों में आ ही जाती है। इसी तरह की घटना आवास विकास स्थित अस्पताल में उस समय देखने को मिला जब एक मृतक के परिजनों ने डाक्टर व कम्पाउंडर पर मृत पिता का इलाज कर 23 हजार रुपये ठगने का आरोप लगाया।
घटना आवास विकास स्थित चर्चित डाक्टर वर्मा के अस्पताल की है। जहां पर राजेपुर के ग्राम कमालुद्दीनपुर निवासी मदनपाल सिंह सोमवंशी को गंभीर हालत में भर्ती कराया गया था। मदनपाल सोमवंशी की पत्नी सरलादेवी, पुत्र विनोद व प्रमोद व पोता रोहित का आरोप है कि उन्होंने मदनपाल को अस्पताल में भर्ती किया तब से इमरजेंसी बार्ड में देखने के लिए किसी भी परिजन को डाक्टर व कम्पाउंडर ने घुसने नहीं दिया गया। उन्हें शक हुआ तो देखने के लिए जोर जबरदस्ती की। तब डाक्टर व कम्पाउंडर ने 23 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा और कहा कि जब तक रुपये जमा नहीं कर दोगे तब तक देखने को नहीं मिल पायेंगे। जब इन लोगों ने 23 हजार रुपये जमा कर दिये तो शव को बाहर कर दिया गया।
यह देख परिजनों ने हंगामा काटना शुरू कर दिया। मामला इतना बढ़ गया कि अस्पताल से कम्पांउडर भाग गया। सूचना पुलिस को दी गयी तो सीओ सिटी, कोतवाल, एसडीएम के अलावा चीता मोबाइल पुलिस भी मौके पर पहुंच गयी। परिजनों ने डाक्टर व कम्पाउंडर पर कार्यवाही की मांग की। इस पर अधिकारियों ने कहा कि वह तहरीर दें जिसके आधार पर कार्यवाही की जायेगी। परिजनों ने डाक्टर व कम्पाउंडर के खिलाफ तहरीर दी है।