विवाह के ढाई लाख के चक्कर में छप रहे शादी के फर्जी कार्ड

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baink-dahae-lakhफर्रुखाबाद: जिले कि विभिन्य बैंकों से ढाई लाख रुपये निकालने के लिए फर्जी शादी के कार्ड छपवाने वालों की होड़ सी लग गई है। प्रिंटिंग प्रेस संचालक भी मौके का फायदा उठाते हुए पांच रुपये के एक कार्ड की कीमत पांच सौ तक वसूल रहे हैं। हालांकि यह गोरखधंधा बेहद गोपनीय तरीके से किया जा रहा है। आरबीआई की नई गाइड लाइन में बैंकों में जिसका खाता है, उसके नाम शादी के कार्ड पर ढाई लाख रुपये निकल सकते हैं।

नोटबंदी के फैसले के बाद से बैंकों से पैसा निकालने के लिए गाइड लाइन जारी हुई तो जिनके घरों में शादियां होनी हैं वहां मायूसी छा गई। बीते सप्ताह कई शादियां सादगी के साथ हुईं और उसमें भी लोगों ने आर्थिक सहायोग किया। परेशानी को देखते हुए बीते दिनों आरबीआई की नई गाइड लाइन जारी हुई। जिसमें बड़ी राहत देते हुए कहा गया कि जिन घरों में शादी है उस घर का एक सदस्य कार्ड दिखाकर ढाई लाख रुपये एक बार में निकाल सकता है। इसकी जानकारी होते ही कई लोग विभिन्न बैंकों में पहुंचे और शादी का कार्ड दिखाकर रुपये मांगने लगे। हालांकि जिले में अभी किसी को भी पूरे ढाई लाख रुपये नसीब नही हुये है| लेकिन प्रिंटिग प्रेस पर भीड़ जरूर जुट गई। बताया गया कि लोग फर्जी शादी का कार्ड छपवाकर ढाई लाख निकालने की जुगत में हैं। इसमें ज्यादातर व्यवसाय से जुडेे़ लोग हैं। इसका फायदा प्रिंटिंग प्रेस संचालक भी उठाने लगे हैं।

बैंक के लिए सिर्फ एक कार्ड जरूरी होता है, उसे छापने के लिए प्रेस को स्याही व कार्ड में बमुश्किल दस रुपये ही खर्च होते हैं। लेकिन इसकी कीमत पांच सौ रुपये तक वसूल की जा रही है। कार्ड छपने में जिनका खाता बैंकों में है उनका नाम बतौर मां या बाप लिखा जा रहा है। दूल्हा या दुल्हन का नाम काल्पनिक भरा जा रहा है। हालांकि यह गोरखधंधा बेहद गोपनीय तरीके से किया जा रहा है। एक प्रिंटिंग प्रेस संचालक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि कई लोग उसके पास पहुंचे। वे मुंह मांगा पैसा फर्जी शादी का कार्ड छापने के एवज में देने को तैयार हैं। इस बारे में कुछ बैंक मैनेजरों से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गाइड लाइन में सिर्फ शादी का कार्ड दिखाने पर ढाई लाख का भुगतान करने का निर्देश मिला है।

शादी का कार्ड दिखाने पर मां या पिता में से किसी एक के खाते से केवाईसी देकर ढाई लाख निकाला जा सकता है। सत्यापन के लिए काई निर्देश नहीं आया है। फर्जी शादी का कार्ड लगाकर पैसा निकाला धोखाधड़ी करने जैसा है। बैंकों की ओर से जांच की बात कही जाएगी तो ऐसा कृत्य करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराते हुए कठोर कार्रवाई की जाएगी।