फर्रुखाबाद: साई बाबा का कथन सबका मालिक एक है दरगाह हजरत सय्यद मखदूम शहाबुद्दीन औलिया की माजर पर देखने को मिला| कई पंजाबी परिवार अली के दरवार में बर्तन धोते और आये उर्स में शिरकत करने आये लोगो को भोजन और चाय परोसते नजर आये| यह लोग किराये पर नही लाये गये बल्कि उनको श्रद्धा और विश्वास ने यह करने की प्रेरणा दी|
लोको फ़तेहगढ़ स्थित दरगाह हजरत सय्यद मखदूम शहाबुद्दीन औलिया की माजर पर पंजाब प्रान्त के रूप नगर निवासी गुरुजीत सिंह अपने परिवार के साथ बीते सोमबार को ही मजार की इबादत में हाजरी लगाने आ गये थे| गुरुवार को तकसीमे लंगर में गूरुजीत का परिवारे ने खाना बनाया और सभी को बहुत ही इज्जत से परोसा और सभी को चाय का नाश्ता कराया| उसके साथ आयी महिलाएं तकसीमे लंगर के बर्तन साफ कर रही थी| गंगा जमुनी तहजीब की अजीब मिशाल देखने को मिली|
गुरु नानक देव को मानने वाले अली के भी उतने ही दीवाने दिखे| लेकिन यह सब यूँ ही नही हो रहा था| इसके पीछे भी बहुत बड़ी कहानी है| यह पंजाबी लोग शहाबुद्दीन औलिया की मजर पर बीते लगभग 20 वर्षो से आ रहे है| गुरुजीत पाल सिंह ने बताया की उनके जीजा जसबंत सिंह निवासी रूप नगर पंजाब के पुत्र नही हो रहा था| इस मजार पर उनको पुत्र प्राप्त हुआ| रूप नगर निवासी प्यार सिंह का बेटा इशांत सिंह तीन वर्ष बाद अपने मजार की कृपा से घर लौटा| गुरुजीत सिंह ने बताया कि उन्हें मजार में बाबा गुरु नानक नजर आते है|
वह कुल 18 लोग उर्स में शामिल होने आये है| विक्रम जीत सिंह, हरविंदर सिंह,सुखबिंदर सिंह आदि लोग उसके साथ आये है|