भुखमरी की कगार पर मेडिकल कालेज के तीन सैकड़ा कर्मी

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mbbs-dmmedik-kalej-krmiफर्रुखाबाद: बघार बेबर रोड स्थित मेजर एसडीसिंह मेडिकल कालेज एवं हॉस्पिटल के दर्जनों कर्मचारी भुखमरी की कगार पर है| मेडिकल कालेज प्रशासन अभी तक अपने कर्मचारियों के वेतन को देने का मन नही बना पाया है| जिसके चलते सोमबार को कर्मचारी जिलाधिकारी कार्यालय पंहुचे और घंटो के इंतजार के बाद डीएम को ज्ञापन सौप न्याय की गुहार लगायी|

सोमबार को सुबह मेडिकल कालेज कर्मचारी दर्जनों की संख्या में जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु से मिलने पंहुचे| लेकिन डीएम के कायमगंज में होने से वह उन्हें नही मिल पाये| जिससे वह जिलाधिकारी कार्यालय के गेट के बाहर बैठ गये| उन्होंने कालेज प्रशासन के प्रति जमकर आक्रोश व्यक्त किया| उन्होंने बताया कि बीते सात माह से उनका वेतन नही दिया जा रहा है| प्रबंध समिति से बार-बार मांग करने पर कोई कार्यवाही नही हो रही है| पहले कार्यवाही का भरोसा दिया जाता है और जब दोबारा मांग की जाती है तो गाली-गलौज देकर भगा दिया जाता है|

उन्होंने कहा कि बीते 13 अक्टूबर को भी जब उन्होंने संस्थापक के आवास पर वेतन मांगने गये तो प्रबंधन समिति से डॉ० नागेन्द्र सिंह यादव ने उन्हें अभद्र भाषा का प्रयोग कर भगा दिया| उन्होंने चालक से कार कर्मचारियों के ऊपर ही चढ़ा देने का आदेश तक दे दिया| नगर मजिस्ट्रेट को भी ज्ञापन उसी दिन दिया गया| कर्मचारियों ने पूर्व में संस्थापक के द्वारा अभद्र भाषा का प्रयोग करने का आरोप लगाया था| कर्मचारियों ने कहा की प्रबंधन समिति ने पूर्व में 15 अक्टूवर तक वेतन भुगतान कर देने का भरोसा दिया था| लेकिन अभी तक उन्हें वेतन नसीब नही हुआ है| जिससे लगभग तीन सैकड़ा कर्मचारी भूखमरी की कंगार पर है| कर्मचारी जिलाधिकारी के इंतजार में लगभग 5 घंटे तक बैठे रहे| लगभग चार बजे जिलाधिकारी प्रकाश बिंदु कलेक्ट्रेट पंहुचे| तब कर्मचरियों ने उन्हेंज्ञापन सौपा| जिलाधिकारी ने कार्यवाही का भरोसा दिया है| वही सूत्रों की माने तो पूर्व में ही नगर मजिस्ट्रेट प्रबंधन समिति से इस सम्बंध में जबाब मांग चूके है| लेकिन अभी तक उन्हें जबाब मिला नही है |

अन्य प्रदेशो के कर्मियों को खाने के लाले
जनपद के मूल निवासी कर्मियों की तो किसी से तरह दो जून की रोटी की व्यवस्था हो रही है जबकि को कर्मचारी अन्य प्रदेशो या जनपदों से आकर कार्य कर रहे है उन्हें तो रोटी के लाले है| सात माह मेव जमा पूंजी पूरी खर्च हो चुकी है| जिससे उनकी दशा बहुत खराब है|